बठिंडा/अबोहर, 21 जुलाई
किसान संघ के नेताओं ने संसद में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बयान की निंदा की है कि केंद्र के पास आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं था और इसलिए, मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का कोई प्रावधान नहीं था।
बीकेयू (एकता उग्राहन) के अध्यक्ष शिंगारा सिंह मान ने कहा, “यह तोमर का पूरी तरह से गैर-जिम्मेदार, निराधार और साथ ही हास्यास्पद बयान है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। किसानों की मौतों का रिकॉर्ड रखने वाला और कौन है? आंदोलन के दौरान सरकार नहीं तो आंदोलन के दौरान अब तक 580 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है।”
उन्होंने कहा, “जहां बड़े कॉरपोरेट घरानों के लिए राहत पैकेज और सब्सिडी हैं, वहीं सरकार ने किसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया है जैसे वे दुश्मन हैं।”
कीर्ति किसान यूनियन के अध्यक्ष अमरजीत हनी ने कहा, “मंत्री ने न केवल झूठ बोला बल्कि संसद को भी गुमराह किया। आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट विभिन्न सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। तीन कानूनों को निरस्त किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। ।” पंजाब किसान यूनियन के एक अन्य किसान नेता बलकरण बॉल ने कहा, ”सरकार को देश के किसानों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है.”
इस बीच, भारतीय किसान संघ (राजेवाल) के शिअद समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करने में विफलता पर सिंचाई विभाग और पीएसपीसीएल के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन किया। — टीएनएस
More Stories
पूर्व विधायक Udaybhan Karwariya की रिहाई पर हाईकोर्ट ने UP सरकार से मांगा जवाब तलब
उज्जैन जावरा फोरलेन: मज़हब-जावरा फोरलेन का बदला जा सकता है मार्ग…सर्वेक्षण के बाद जमीन अधिग्रहण होगा
रातों-रात अमीर बनने के इरादे से टायर की दुकान में डकैती डाली