मयंक श्रीवास्तव, अयोध्याफकीरे राम मंदिर का विवाद सिविल कोर्ट पहुंचने पर साधु-संतों ने नाराजगी जाहिर की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं वैष्णव अखाड़ा परिषद के महंत गौरीशंकर दास ने कहा कि मुकदमा दर्ज कराने वाले लोग कांग्रेसी हैं। जिनका उद्देश्य राम मंदिर निर्माण में रोड़ा डालना है। इनका उद्देश्य मंदिर निर्माण को कोर्ट ले जाकर रोकना है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बिना कांग्रेस की सलाह से काम नहीं करते हैं। बता दें कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने फकीरे राम मंदिर का बैनामा कराया है। इन लोगों ने दर्ज कराया मुकदमास्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और हिंदू शिवसेना के पूर्व प्रदेश प्रमुख संतोष दुबे ने मुकदमा दर्ज कराया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय, फकीरे राम मंदिर ट्रस्ट के रघुवर शरण, कृपा शंकर, राम किशोर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सिविल जज सीनियर डिवीजन ने सभी को अपना पक्ष रखने के लिए 6 अगस्त तक का समय दिया है।उन्नाव में बेटी की घिनौनी करतूत… प्रेमी को घर में छिपाया, फिर करा दी मां की हत्याफकीरे राम मंदिर पौराणिक महत्वमुकदमा दर्ज कराने वालों ने कहा कि फकीरे राम मंदिर बिक नहीं सकता है। मंदिर को तोड़ा नहीं जा सकता है। मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना और भोग सुचारू रूप से चलता रहे। बैनामा को अवैध घोषित किया जाए और अन्य जिलों एवं प्रदेशो में मंदिर की संपत्ति पर रिसीवर नियुक्त किया जाए। उन्होंने बताया कि फकीरे राम मंदिर का पौराणिक महत्व है।
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