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बिहार का रहने वाला है धर्मांतरण रैकेट में ‘शामिल’ डेफ सोसायटी का शिक्षक

हाइलाइट्स:धर्मंतरण मामले में यूपीएटीएस कर रही जांचअब तक 1000 से ज्यादा लोगों के धर्मांतरण का हुआ खुलासासबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन नोएडा डेफ्ट सोसायटी में कराए गएनोएडायूपी एटीएस ने जिस धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया है, उसमें जांच के दायरे में आए नोएडा डेफ सोसायटी के एक पूर्व शिक्षक की तलाश और तेज हो गई है। यह शिक्षक भी मूकबधिर बताया जा रहा है। सोसायटी प्रबंधन ने एटीएस को बताया है कि इसने खुद के मूलरूप से बिहार का निवासी होने की जानकारी दी थी।शिक्षक बनने से पहले इसने सोसायटी में ही साइन लैंग्वेज और प्रफेशनल कोर्स किया था। इसके बाद वापस चला गया था। फिर कुछ समय बाद आया और शिक्षक की नौकरी मांगी। प्रबंधन ने भी उस पर विश्वास कर नौकरी दे दी थी। कुछ समय पहले वह नौकरी छोड़ भी चुका है।

इन बातों से यह आशंका बढ़ गई है कि उसका वापस आकर सोसायटी में शिक्षक बनना भी धर्मांतरण रैकेट की साजिश थी।उत्तर प्रदेश में हर महीने हो रहे 7 धर्मांतरण, सबसे ज्यादा वेस्ट यूपी मेंअब भी सवाल बरकरारइस शिक्षक के बैंक अकाउंट व अन्य जानकारियां भी एटीएस खंगाल रही है। सोसायटी से नौकरी छोड़ने के बाद यह कहां गया यह सवाल भी अहम बना हुआ है। इसके जाने के बाद भी क्या कोई धर्मांतरण रैकेट से जुड़ा हुआ व्यक्ति सोसायटी में था यह अभी सवाल बना हुआ है।उमर गौतम ने खुद को बताया पूर्व पीएम वीपी सिंह का रिश्तेदार, फर्जी दस्तावेज तैयार कर विदेश से भी फंडिंग…. धर्मांतरण के ‘खेल’ से यूपी ATS भी हैरान’सोसायटी के साथ विश्वासघात हुआ’नोएडा डेफ सोसायटी की फाउंडर रूमा रोका का कहना है कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है। एटीएस की जांच में जो तथ्य निकल कर सामने आ रहे हैं वह चौकाने वाले हैं।उन्होंने यह भी कहा कि उनका या सोसायटी का इस रैकेट से कोई लेना देना नहीं है। एटीएस जो भी जानकारी मांग रही है, तत्काल उपलब्ध करवाई जा रही है। वह खुद चाह रही हैं कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो।धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आरोपी