1000 लोगों के धर्म परिवर्तन मामले का यूपी एटीएस ने कैसे किया खुलासा? उमर गौतम के ‘मौलाना’ बनने की कहानी – Lok Shakti

Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

1000 लोगों के धर्म परिवर्तन मामले का यूपी एटीएस ने कैसे किया खुलासा? उमर गौतम के ‘मौलाना’ बनने की कहानी

यूपी एटीएस ने जबरन धर्मांतरण कराने रैकेट का भंडाफोड़ कर दो लोगों को गिरफ्तार कियामोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वालेइन लोगों ने अब तक 1000 लोगों का धर्मांतरण कराया, मूक बधिर, महिलाएं, बच्चे निशाने परलखनऊयूपी के नोएडा में धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का खुलासा होने के बाद से हर कोई सकते में है। फिलहाल यूपी एटीएस ने पूरे मामले में 2 मौलानाओं को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल बीते 2 साल से चल रहे धर्मांतरण के इस रैकेट में मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं का धर्म परिवर्तन करा दिया जाता था। अब तक यह रैकेट 1000 लोगों का धर्म परिवर्तन करा चुका है। पकड़े गए दोनों आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं।उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार खुद कह चुके हैं कि बीते एक साल के भीतर 350 लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है।

धर्मांतरण के लिए लोगों को धमकाया और डराया भी गया है। पूछताछ में सामने आया लगभग 1000 लोगों की लिस्ट है जिनको प्रलोभन और पैसे देकर धर्मांतरण किया गया। एडीजी ने कहा कि इन्हें विदेशों से फंडिंग मिलती थी। देश के सौहार्द को बिगाड़ने का काम किया जा रहा है।पहले नाम बताया काशी गुप्ता, पूछताछ में निकला काशिफमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2 जून को गाजियाबाद में डासना के स्वामी यति नरसिंहानंद के आश्रम से शाम 8 बजे 2 संदिग्धों को पकड़ा गया था। दोनों संदिग्ध आश्रम में घुस गए थे। जब पूछताछ हुई तो एक ने अपना नाम विपुल विजयवर्गीय बताया और दूसरे ने अपना नाम काशी गुप्ता बताया। जब पुलिस ने काशी गुप्ता से सख्ती से पूछताछ की तो पता चला उसका असली नाम काशिफ है।पूछताछ के बाद मौलाना गौतम तक पहुंची ATSआश्रम से पकड़े गए विपुल विजयवर्गीय और काशी गुप्ता उर्फ काशिफ से ATS ने लंबी पूछताछ की, जिसमें पता चला कि विपुल विजयवर्गीय भी धर्मांतरण कर चुका है।

काशी गुप्ता उर्फ काशी और विपुल विजयवर्गीय महराष्ट्र में काफी दिन रहे हैं। इन्हीं दोनों से पूछताछ के बाद मौलाना गौतम का सुराग मिला और धर्म परिवर्तन के इस बड़े रैकेट का खुलासा हुआ।Forcefully conversion in UP: जबरन धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश, अब तक 1000 का कराया धर्म परिवर्तन, मूक-बधिर और महिलाएं थीं निशाने परश्याम प्रसाद सिंह गौतम से उमर गौतम तकमीडियो रिपोर्ट्स की मानें तो उमर गौतम ने खुद साढ़े तीन दशक पहले 20 साल की उम्र में धर्मांतरण कर हिंदू धर्म छोड़ इस्लाम धर्म अपनाया था। इस्लाम अपनाने के बाद से वो दिल्ली के जामिया नगर इलाके में इस्लामिक दावा सेंटर चला रहे थे। इस सेंटर के जरिए वो दूसरे तमाम धर्म के लोगों को जो इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने का काम करते थे।दोनों मौलानाओं से पूछताछ कर रही ATSएटीएस ने यूपी के गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें जामिया नगर स्थित इस्लामिक दावा सेंटर के चेयरमैन का नाम भी दर्ज है। जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस इन दोनों मौलानाओं से चार दिन से पूछताछ कर रही है।डराकर,नौकरी और पैसे का लालच देकर कराया धर्म परिवर्तनएटीएस की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, ये लोग गैर-मुस्लिमों को डरा-धमकाकर, उन्हें नौकरी और पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे। ये लोग आमतौर पर कमजोर वर्गों, बच्चों, महिलाओं और मूक बधिरों को टारगेट कर उनका इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराते थे।