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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध स्कूलों को अपनी वेबसाइट पर बच्चों से वसूली जाने वाली फीस से लेकर परीक्षा परिणाम सहित सभी जानकारी ऑनलाइन करनी होगी। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई स्कूल अपना विवरण वेबसाइट पर नहीं दे रहा है अथवा उसमें कुछ छिपाया गया है तो ऐसे स्कूलों की मान्यता वापस ली जा सकती है। बोर्ड की ओर से इस प्रकार के आदेश के बाद अब स्कूल अपने बारे में कोई जानकारी छिपा नहीं सकेंगे। इससे अभिभावकों को लाभ होगा। बोर्ड ने स्कूलों को एक महीने के भीतर अपनी सभी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है।सीबीएसई की इस पहल से अभिभावकों को सीधा लाभ होगा। अभिभावक अपने बच्चे को किस स्कूल में प्रवेश दिलाएं, यह तय कर सकेंगे। बोर्ड ने पहले से वेबसाइट पर अपलोड अधूरी जानकारी को अपडेट करने का निर्देश दिया है। बोर्ड ने यह कदम पारदर्शिता लाने के लिए उठाया है। यदि कोई स्कूल अपने बारे में जानकारी वेबसाइट पर ऑनलाइन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जानकारी अपलोड नहीं करने वाले पुराने स्कूलों की मान्यता का नवीनीकरण नहीं होगा। साथ ही नए स्कूल भी मान्यता से वंचित रह जाएंगे।स्कूलों को दसवीं और बारहवीं के बीते तीन वर्ष के परिणाम, स्कूल की जानकारी के साथ प्रधानाचार्य के बारे में विवरण साझा करना होगा। इसमें प्रधानाचार्य का नाम, शैक्षिक योग्यता सहित उनके बारे में जानकारी और दसवीं, बारहवीं के तीन वर्ष के परिणाम का विवरण, एफीलेशन नंबर, स्कूल कोड, पता सहित ई-मेल आईडी, फोन नंबर को अपलोड करना होगा। स्कूलों को अपने मान्यता प्रमाण पत्र, सोसाइटी पंजीकरण, भवन सुरक्षा प्रमाण पत्र, स्कूल फीस स्ट्रक्चर, स्कूल परिसर का क्षेत्र, कक्षा की संख्या व आकार, कंप्यूटर लैब, प्रयोगशाला की संख्या व आकार, इंटरनेट सुविधा, बालक-बालिका शौचालयों की संख्या के साथ कई जानकारी देनी होगी।
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध स्कूलों को अपनी वेबसाइट पर बच्चों से वसूली जाने वाली फीस से लेकर परीक्षा परिणाम सहित सभी जानकारी ऑनलाइन करनी होगी। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई स्कूल अपना विवरण वेबसाइट पर नहीं दे रहा है अथवा उसमें कुछ छिपाया गया है तो ऐसे स्कूलों की मान्यता वापस ली जा सकती है। बोर्ड की ओर से इस प्रकार के आदेश के बाद अब स्कूल अपने बारे में कोई जानकारी छिपा नहीं सकेंगे। इससे अभिभावकों को लाभ होगा। बोर्ड ने स्कूलों को एक महीने के भीतर अपनी सभी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है।
सीबीएसई की इस पहल से अभिभावकों को सीधा लाभ होगा। अभिभावक अपने बच्चे को किस स्कूल में प्रवेश दिलाएं, यह तय कर सकेंगे। बोर्ड ने पहले से वेबसाइट पर अपलोड अधूरी जानकारी को अपडेट करने का निर्देश दिया है। बोर्ड ने यह कदम पारदर्शिता लाने के लिए उठाया है। यदि कोई स्कूल अपने बारे में जानकारी वेबसाइट पर ऑनलाइन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जानकारी अपलोड नहीं करने वाले पुराने स्कूलों की मान्यता का नवीनीकरण नहीं होगा। साथ ही नए स्कूल भी मान्यता से वंचित रह जाएंगे।
स्कूलों को दसवीं और बारहवीं के बीते तीन वर्ष के परिणाम, स्कूल की जानकारी के साथ प्रधानाचार्य के बारे में विवरण साझा करना होगा। इसमें प्रधानाचार्य का नाम, शैक्षिक योग्यता सहित उनके बारे में जानकारी और दसवीं, बारहवीं के तीन वर्ष के परिणाम का विवरण, एफीलेशन नंबर, स्कूल कोड, पता सहित ई-मेल आईडी, फोन नंबर को अपलोड करना होगा। स्कूलों को अपने मान्यता प्रमाण पत्र, सोसाइटी पंजीकरण, भवन सुरक्षा प्रमाण पत्र, स्कूल फीस स्ट्रक्चर, स्कूल परिसर का क्षेत्र, कक्षा की संख्या व आकार, कंप्यूटर लैब, प्रयोगशाला की संख्या व आकार, इंटरनेट सुविधा, बालक-बालिका शौचालयों की संख्या के साथ कई जानकारी देनी होगी।
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