![](https://paw1xd.blr1.cdn.digitaloceanspaces.com/lokshakti.in/2024/06/default-featured-image.webp)
कोरोना संक्रमण के दूसरे स्टेज में महंगाई के कारणों से लोगों की कमर टूट चुकी है। खाने पीने के चीजों में बेतहाशा वृद्धि के चलते लोग आवश्यकता से कम सामग्री खरीद पा रहे हैं। डीजल-पेट्रोल की बात छोड़िए यहां तो खाद्यान्न तेलों की कीमतें भी दुगनी हो गई हैं। जानकर सूत्र बताते हैं कि बढ़ी हुई कीमतों का कारण परिवहन समस्या और कालाबाजारी हैं। जिस पर सरकार अपने तरीके से लगाम लगाने की तैयारी में जुटी है। कोरोना संक्रमण के पहले जिस सरसों और रिफाइन तेल को लोग जिस कीमत में खरीदारी करते थे उसकी कीमत आज दुगनी हो गई हैं।
थोक बाजार में भी ज्यादा रेट
कोविड संक्रमण के चलते राजधानी रायपुर में थोक बाज़ार रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक खोलने के आदेश दिए थे पर थोक बाजार में भी छोटे किराना दुकान व्यवसायी जब खाने के तेल लेने जाते है तो उन्हें भी डबल कीमत पर खरीदना पड़ता हैं।
मिल सकती हैं राहत
सरसों और रिफाइंड तेल के दाम पर आम जनता को राहत देने सरकार ने तेल कारोबारियों की बैठक बुलाई है। मार्केट में पिछले साल तेल और रिफाइंड के दाम 200 के आंकड़े को छू चुके हैं। हल्के से हल्के ब्रांड के भी सरसों तेल और रिफाइंड तेल के दाम 170 से 180 रूपए किलो है। इसकी वजह से आम आदमी अब परेशान हो चुका है।
More Stories
रायपुर समाचार: रिश्वत लेने वाली महिला को नहीं मिली जमानत
सावन के महीनों में नहीं खानी चाहिए, जाने इसके पीछे का वैज्ञानिक और धार्मिक कारण…
CG POLICE TRANSFER : पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, SI, ASI समेत कई खूबसूरत पद इधर से उधर, देखें लिस्ट…