अभिषेक जायसवाल,वाराणसीदेश में कोरोना के दूसरे लहर के बीच महाराष्ट्र और गुजरात के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी तेजी से ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आठ मरीजों को ब्लैक फंगस ने अपना शिकार बनाया है, जिनमें से ऑपरेशन के बाद एक मरीज की मौत हो गई। BHU के ईएनटी विभाग के डॉक्टरों के मुताबिक, दो दर्जन से अधिक मरीजों में इसके लक्षण मिले हैं, जो लगातार बीएचयू के डॉक्टरों के सम्पर्क में हैं। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में डॉ सुशील अग्रवाल ने बताया कि अब तक विभाग में ब्लैक फंगस से ग्रसित 3 मरीजों का ऑपरेशन हुआ है। जिनमें से बिहार निवासी 1 महिला की मौत हो गई। जबकि 2 अन्य मरीजों का डॉक्टरों की देख रेख में इलाज जारी है। 3 और मरीजों का होगा ऑपरेशनबीएचयू के ईएनटी विभाग में ब्लैक फंगस से संक्रमित 3 अन्य मरीजों के ऑपरेशन के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट का इंतजार है। शुक्रवार की शाम तक इन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण अब तक इनके ऑपरेशन की तारीख नहीं तय हो पाई है। ये तीनों मरीज 50 वर्ष के अधिक के उम्र के हैं। जानकारी के मुताबिक, इन सभी मरीजों की हालात गंभीर है, पूरे चेहरे पर सूजन है और संक्रमण काफी फैल गया है। डॉ सुशील अग्रवाल ने बताया कि ब्लैक फंगस इंफेक्शन के आए सभी मरीजों की हालत गम्भीर है।ये हैं लक्षणबीएचयू ईएनटी विभाग के डॉ सुशील अग्रवाल ने बताया कि ब्लैक फंगस (म्यूकोर माइकोसिस) होने पर मरीज के सिर में लगातार असहनीय दर्द और आंखें लाल रहती हैं। आंखों से पानी भी गिरता रहता है। इसके साथ ही आंख में मूवमेंट भी बंद हो जाता है। कमजोर इम्यूनिटी वालों को भी इससे खतरा है। डॉक्टरों के मुताबिक पहले पोस्ट कोविड मरीजों में ये फंगस मिल रहा था लेकिन अब कोरोना संक्रमित मरीजों में वायरस के साथ ये फंगस मिल रहे हैं।
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