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बाग में सो रहे बुजुर्ग की धारदार हथियार से वार कर हत्या 

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थाना क्षेत्र के पूरे गोपी उर्फ लहटी गांव में बाग में सो रहे जीतलाल केशरवानी(65) की धारदार हथियार से वार कर नृशंस हत्या कर दी गई। सुबह बिस्तर पर उसका खून से लथपथ शव मिलने पर गांव में सनसनी फैल गई। सूचना पर एसपी समेत तमाम अफसर पहुंच गए। लेकिन घंटों चली जांच पड़ताल के बाद भी हत्यारों और हत्या की वजह का कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि फिलहाल अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। जीतलाल पुत्र राजाराम छह भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है जबकि बच्चे अलग रहते हैं। गांव के ही जलालुद्दीन गुजरात में रहते हैं जिनके बगीचे की रखवाली जीतलाल करता था। बगीचे में ही एक कमरा बना हुआ है जिसके अहाते में वह सोया करता था। रोज की  तरह शुक्रवार सुबह भाई की पत्नी उसे नाश्ता देने पहुंची तो चारपाई पर पड़े बिस्तर पर जीतलाल का खून से लथपथ शव देख वह चीख पड़ी। शोरगुल पर आसपास के लोग व अन्य परिजन भी आ गए। जानकारी पर पुलिस भी पहुंच गई।जांच पड़ताल में पता चला कि चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर उसे मौत के घाट उतारा गया था। मौके पर फोरेंसिक टीम के साथ ही डॉग स्क्वॉयड को भी बुलाया गया। फोरेंसिक टीम ने मौके से मिले फिंगर प्रिंट के नमूने एकत्र किए जबकि खोजी कुत्ता काफी देर इधर-उधर घूमने के बाद वापस लौट आया। पुलिस ने पूछताछ की लेकिन परिजन किसी रंजिश की बात से इंकार करते रहे। एसपी गंगापार धवल जायसवाल का कहना है कि फिलहाल अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है। 
पुरानी रंजिश में तो नहीं किया गया कत्ल
पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल कोई ऐसा क्लू नहीं मिला है जिससे कि हत्यारों की खोजबीन की जा सके। हालांकि मृतक से जुड़े एक विवाद के बारे में पता चला है। जानकारी मिली है कि कुछ समय पहले उसका गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हुआ था। जिसमें उसने रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए विपक्षियों पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा आशनाई के बिंदु पर भी जांच की जा रही है। 
किसान के हत्यारों का अब तक सुराग नहीं
हत्या की एक और वारदात का खुलासा सोरांव पुलिस के लिए नई चुनौती है। दरअसल पिछले साल इलाके में ही हुई किसान की नृशंस हत्या का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। तेजूपुर गांव में झोपड़ी के भीतर सो रहे किसान हरिश्चंद पटेल को जलाकर मार दिया गया था। पुलिस ही नहीं एसओजी टीम को भी मामले के खुलासे में लगाया गया लेकिन अब तक नतीजा जीरो ही है।

थाना क्षेत्र के पूरे गोपी उर्फ लहटी गांव में बाग में सो रहे जीतलाल केशरवानी(65) की धारदार हथियार से वार कर नृशंस हत्या कर दी गई। सुबह बिस्तर पर उसका खून से लथपथ शव मिलने पर गांव में सनसनी फैल गई। सूचना पर एसपी समेत तमाम अफसर पहुंच गए। लेकिन घंटों चली जांच पड़ताल के बाद भी हत्यारों और हत्या की वजह का कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि फिलहाल अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। 

जीतलाल पुत्र राजाराम छह भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है जबकि बच्चे अलग रहते हैं। गांव के ही जलालुद्दीन गुजरात में रहते हैं जिनके बगीचे की रखवाली जीतलाल करता था। बगीचे में ही एक कमरा बना हुआ है जिसके अहाते में वह सोया करता था। रोज की  तरह शुक्रवार सुबह भाई की पत्नी उसे नाश्ता देने पहुंची तो चारपाई पर पड़े बिस्तर पर जीतलाल का खून से लथपथ शव देख वह चीख पड़ी। शोरगुल पर आसपास के लोग व अन्य परिजन भी आ गए। जानकारी पर पुलिस भी पहुंच गई।

जांच पड़ताल में पता चला कि चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर उसे मौत के घाट उतारा गया था। मौके पर फोरेंसिक टीम के साथ ही डॉग स्क्वॉयड को भी बुलाया गया। फोरेंसिक टीम ने मौके से मिले फिंगर प्रिंट के नमूने एकत्र किए जबकि खोजी कुत्ता काफी देर इधर-उधर घूमने के बाद वापस लौट आया। पुलिस ने पूछताछ की लेकिन परिजन किसी रंजिश की बात से इंकार करते रहे। एसपी गंगापार धवल जायसवाल का कहना है कि फिलहाल अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है। 
पुरानी रंजिश में तो नहीं किया गया कत्ल
पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल कोई ऐसा क्लू नहीं मिला है जिससे कि हत्यारों की खोजबीन की जा सके। हालांकि मृतक से जुड़े एक विवाद के बारे में पता चला है। जानकारी मिली है कि कुछ समय पहले उसका गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हुआ था। जिसमें उसने रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए विपक्षियों पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा आशनाई के बिंदु पर भी जांच की जा रही है। 

किसान के हत्यारों का अब तक सुराग नहीं
हत्या की एक और वारदात का खुलासा सोरांव पुलिस के लिए नई चुनौती है। दरअसल पिछले साल इलाके में ही हुई किसान की नृशंस हत्या का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। तेजूपुर गांव में झोपड़ी के भीतर सो रहे किसान हरिश्चंद पटेल को जलाकर मार दिया गया था। पुलिस ही नहीं एसओजी टीम को भी मामले के खुलासे में लगाया गया लेकिन अब तक नतीजा जीरो ही है।