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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने पीपीई किट पहनकर कोरोना मरीजों का हालचाल जाना


स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने पीपीई किट पहनकर कोरोना मरीजों का हालचाल जाना


वन-टू-वन चर्चा में जानी अस्पताल की व्यवस्थाएँ 


भोपाल : शुक्रवार, अप्रैल 23, 2021, 20:29 IST

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने शुक्रवार को शाम 4.30 बजे राजधानी के 1250 जयप्रकाश शासकीय अस्पताल में पहुँचकर भर्ती कोरोना मरीजों का हालचाल पूछा। डॉ. चौधरी ने मरीजों से संवाद कर अस्पताल की व्यवस्थाओं और डॉक्टरों द्वारा मरीजों की सही देखभाल होना किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है, के संबंध में जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड केयर सेंटर का भी निरीक्षण किया और मरीजों से वन- टू- वन चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम भी जानी।स्वास्थ्य मंत्री को मरीजों ने बताया कि उन्हें समय पर दवा मिल रही है, डॅक्टरों द्वारा उनकी देखरेख समय पर हो रही है। उचित उपचार के चलते धीरे-धीरे उनके स्वास्थ्य में सुधार भी हो रहा है। डॉ. चौधरी ने अस्पताल के सभी चिकित्सकों को निर्देशित किया कि मरीजों की सुविधाओं और उपचार का संपूर्ण ख्याल रखा जाए। किसी भी प्रकार की कमी होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया जाए, जिससे हमारी सरकार उन कमियों को समय रहते पूर्ण कर सके। किसी भी मरीज को कोई तकलीफ नहीं होना चाहिए। डॉ. चौधरी ने कहा कि इस समय कोरोना संकट से निपटने में सभी को अपना धैर्य रखना होगा। राज्य सरकार कोरोना महामारी से लड़ने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रही है। युद्ध स्तर पर कोविड-19 संक्रमण रोकने के हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि 24 अप्रैल से 9 मई तक किल कोरोना-2 अभियान भी राज्य सरकार द्वारा आरंभ किया जा रहा हैं। अभियान में ग्रामीण स्तर तक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने का काम किया जाएगा। जन-प्रतिनिधि, एनजीओ, सामाजिक कार्यकर्ता, आशा व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दल गठित करके विकासखंडवार संक्रमित क्षेत्रों में घर-घर पहुँचकर संभावित कोविड मरीजों को उपचारित किया जाएगा। इस मौके पर पत्रकारों से संवाद करते हुए डॉ. चौधरी ने कहा कि मैं स्वयं चिकित्सक हूँ और मरीजों की पीड़ा को भलीभांति जानता हूँ। जब भी किसी मरीज को पीड़ा पहुँचती है तो मेरा ह्रदय भी दुखित हो जाता है। लेकिन उपचार की अपनी कार्य पद्धति होती है और हम बेहतर ढंग से उपचार देने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। हमें भरोसा है कि जल्द ही हम इस महामारी हो हराने में सफल होंगे।


अनुराग उइके