गोंडागोंडा में टाटा के सहयोग से बनाए गए कोविड हॉस्पिटल में इस समय 45 मरीज भर्ती हैं। यहां 17 वेंटिलेटर बेड आपरेटर न होने के कारण धूल फांक रहे हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि इस कोविड हॉस्पिटल में बेड पर ही ऑक्सीजन पाइप की व्यवस्था समेत केन्डुला व बाइपैक की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि एल-2 लेवल के इस कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों में गोंडा जिले के अलावा लखनऊ, बलरामपुर, संतकबीर नगर और बस्ती के मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 45 मरीज कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हैं। वहीं, जिला अस्पताल में कोविड जांच कराने वालों की लंबी लाइन रोजाना लग रही है। गोंडा जिला अस्पताल कैम्पस में टाटा के सहयोग से बना किसी भी बड़े अस्पताल को मात देता ये वेल इक्यूप्ड वह कोविड हॉस्पिटल है, जिसका उद्घाटन सीएम योगी ने किया था। यहां हर वह सुविधाजनक मशीनें हैं, जो किसी भी बड़े हॉस्पिटल में होती हैं। वह चाहे केन्डुला हो या बाइपैक हो या फि चाहे वेंटिलेटर ही हो। सीएमएस ए एन मिश्र के मुताबिक यहां 17 वेंटिलेटर लगे हुए हैं, लेकिन वह बिना निपुण स्टाफ के सफेद हाथी बने हैं। जनपदवासियों को इन वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल रही है, क्योंकि उसको आपरेट करने के लिए निपुण स्टाफ ही नहीं है। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक अजय सिंह गौतम की मानें तो यदि किसी मरीज के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी तो यहां वह मैनेज नहीं किया जा सकता, उसको उपयुक्त हॉस्पिटल में ही शिफ्ट करना पड़ेगा। गोंडा : टाटा के सहयोग से बना कोविड हॉस्पिटल… 17 वेंटिलेटर मौजूद… आपरेटर न होने से कोरोना मरीजों को नहीं मिल पा रही सुविधा
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