UP Panchayat Chunav: गोंडा में खूनी संघर्ष के नाम रहा मतदान का दिन, जिलेभर में आधा दर्जन से ज्यादा घटीं आपराधिक घटनाएं – Lok Shakti

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UP Panchayat Chunav: गोंडा में खूनी संघर्ष के नाम रहा मतदान का दिन, जिलेभर में आधा दर्जन से ज्यादा घटीं आपराधिक घटनाएं

गोंडादूसरे चरण के पंचायत चुनाव के दौरान जिले में होने वाले मतदान को निर्विवाद, सकुशल, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने का दंभ भरने वाले अधिकारियों के सारे दावे मतदान होते होते शाम तक पूरी तरह से फेल होते हुए नजर आए। मतदान के दौरान सुबह से ही लेकर देर रात तक जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में आपराधिक घटनाएं घटती रहीं। कहीं बम और गोलियां चलीं तो कहीं पोलिंग पार्टियों पर ही दबंगों ने हमला बोल दिया और कहीं सत्तापक्ष के विधायक के भाई और बेटे ने ही विपक्षियों पर जमकर पत्थर बरसाए तो कहीं निर्वाचन एजेंट को गोली मार दी गई।जिले में मतदान 60% हुआ, लेकिन इस बीच लगातार आपराधिक घटनाएं घटती रहीं। मतदान को लेकर सुबह से ही माहौल गर्म रहा और शाम बवाल और आपराधिक घटनाओं में तब्दील हो गया। पहली घटना कटरा थानाक्षेत्र में घटी जहां कटरा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक बावन सिंह के समर्थकों ने प्रधान पद के प्रत्याशी अशोक कुमार पर हमला बोल दिया। मतदान खत्म होने के बाद प्रत्याशी अशोक कुमार के घर पर विधायक के पुत्र, भाई और समर्थकों ने मिलकर हमला बोला और लगभग 1 घंटे तक गददौपुर स्थित उसके घर पर ईंट पत्थर चलाते रहे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस मामले में पीड़ित ने विधायक के पुत्र, भाई और समर्थकों पर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी और कहा कि यह लोग मनमानी तरीके से फर्जी वोटिंग करा रहे थे।बीजेपी समर्थित प्रत्याशी पर चले बम और गोलियांदूसरी घटना तरबगंज थानाक्षेत्र में घटी जहां के घांचा बीकापुर गांव में जिला पंचायत पद के बीजेपी समर्थित प्रत्याशी अनिल पांडे और उनके समर्थकों पर विपक्षियों ने बम और गोलियों से तब हमला कर दिया, जब पीड़ित द्वारा फर्जी वोटिंग का विरोध किया गया। इस हमले में लगभग 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि, बीजेपी समर्थित प्रत्याशी अनिल कुमार पांडे हमले में बाल-बाल बच गए और उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत स्थानीय थाने पर की, फिलहाल सभी घायलों का अभी जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।पोलिंग पार्टी और पुलिसकर्मियों पर उपद्रवियों ने बोला हमलातीसरी घटना धानेपुर थाना क्षेत्र के पूरे तिवारी वृंदावन गांव में घटी। जहां मतदान खत्म हो जाने के बाद उपद्रवियों ने जमकर हंगामा काटा। यहां उपद्रवियों ने पोलिंग पार्टी और पुलिसकर्मियों पर हमला बोलते हुए लगभग आधा दर्जन गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया और घंटों जमकर बवाल कुर्सियां तोड़ीं और बैलेट बॉक्स में पानी डालने का भी प्रयास किया। सूचना मिलते ही मौके पर सीओ पहुंचे, जिन पर भी उपद्रवियों ने पथराव किया। जानकारी के मुताबिक, सीओ भी चोटिल हो गए। फिलहाल डीएम मार्कंडेय शाही और एसपी संतोष कुमार मिश्रा को सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे। जहां से हमलावर फरार हो गए और किसी तरह उच्चाधिकारी पोलिंग पार्टी व बैलट बॉक्स को अपने साथ लेकर वापस मुख्यालय लौटे।पोलिंग बूथ के अंदर हुई मारपीट, वीडियो हुआ वारयलचौथी घटना इटियाथोक थानाक्षेत्र के बंदोली गांव से सामने आई। यहां पर तो पोलिंग बूथ के अंदर ही मारपीट व बवाल हुआ। जिसमें बताया गया कि शिक्षा माफिया स्वयं प्रकाश शुक्ला और भाई वेद प्रकाश शुक्ला जो ग्राम प्रधान पद के उम्मीदवार के समर्थक थे। इन सब ने दूसरे पक्ष के स्वामीनाथ मिश्रा के समर्थकों को मारा पीटा और खुद को हारते हुए देखकर फर्जी वोट भी डलवाने का प्रयास किया। इस पूरे मामले में समर्थकों द्वारा जो मारपीट की गई वह पोलिंग बूथ के अंदर की गई और इसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई।मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गोली मारकर पोलिंग एजेंट को किया घायलछठी घटना मोतीगंज थानाक्षेत्र के बेरवा बभनी पोलिंग बूथ पर घटी। जिसमें बीजेपी समर्थित जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रीता शुक्ला झंझरी चतुर्थ के निर्वाचन एजेंट अजय जयसवाल निवासी कहोबा के दाएं पैर में अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने गोली मार दी। जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय गोंडा में भर्ती कराया गया और इस घटना की जानकारी भी पुलिस को दी गई।जवाबदेही से मुंह छुपाते रहे अधिकारीआधा दर्जन मुख्य रूप से घटी घटनाओं के बीच जहां पूरे दिन भर अफरा-तफरी मची रही तो वहीं प्रशासन के सारे दावों की पोल खुल गई। गोंडा एसपी संतोष कुमार मिश्रा के रगड़कर जेल भेजने वाली बात धरी की धरी रह गई और डीएम मार्कंडेय शाही, जिन्होंने 2 दिन पहले ही कहा था कि गड़बड़ी करने वालों को सीधे गोली मारा जाएगा, वह दावा भी पूरी तरह फुस्स होता नजर आया। फिलहाल, अपराधियों ने पूरे दिन मतदान के दौरान जमकर हंगामा काटा तो वहीं जिम्मेदार अधिकारी पूरे दिन कुछ भी बोलने से भागते रहे और जवाब नहीं दे सके।