सुनील पाल के विवादित वीडियो के बाद एम्स के डॉक्टरों ने की कॉमेडियन की गिरफ्तारी की मांग की – Lok Shakti
October 18, 2024

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सुनील पाल के विवादित वीडियो के बाद एम्स के डॉक्टरों ने की कॉमेडियन की गिरफ्तारी की मांग की

मुम्बई: लोकप्रिय स्टैंडअप कॉमेडियन सुनील पाल ने कोरोना बीमारी के साथ-साथ कोरोना से अस्थिर होनेवाले रोगियों का इलाज करनेवाले तमाम डॉक्टरों पर फर्जीवाड़ा का इल्जाम लगाते हुए & nbsp; हुए विवादित बयानों वाला एक वीडियो जारी किया तो इसपर & zwnj; एपिसोड आपत्ति जताते हुए एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों के एसोसिएशन ने & zwnj; सुनील पाल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे। & nbsp;

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सुनील पाल ने एक वीडियो बनाया जिसमें उन्होंने अधिकांश डॉक्टरों को ‘थप्पड़’ रोकते हुए कहा कि कोरोना के & zwnj; इलाज में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है और इलाज के बहाने बेईमान किस्म के डॉ। गरीब कोरोना रोगियों को लूट रहे हैं।

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सुनील पाल इस वीडियो में डॉक्टरों के लिए ‘चोर’, ‘शैतान’ और ‘बेइमान’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सरकार से अनुरोध गुहार लगाते हुए कहते हैं कि तमाम अस्पतालों के जिस भी वॉर्ड में कोरोना के मरीजों का इलाज हो रहा है। , वहाँ पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाते हैं ताकि कोरोना के फर्जी इलाज के नाम & zwnj; पर डॉक्टरों का फ्रॉड का भंडाफोड़ हो सकता है।

[yt]https://www.youtube.com/watch?v=B2adc0tB62I[/yt]

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इस वीडियो में सुनील यहीं नहीं रुकते हैं। उन्होंने डॉक्टरों पर एक और संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज के लिए भर्ती गरीब मरीजों के फर्जी इलाज से होनेवाली मौत के बाद कोरोना के नाम पर उनके शवों को उनके परिजनों को नहीं सौंपा जाता है और इन डॉक्टरों द्वारा मानव अंगों की तस्करी की जा रही है। है।

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सुनील पाल & zwnj; के इस विवादित बयानों वाले वीडियो पर एपिसोड आपत्ति जताते हुए एम्स के रेजिंडेंट डॉक्टरों के एसोसिएशन ने गृह मंत्री अमित शाह को अपने ट्वीट में टैग करते हुए लिखा – "तमाम & zwnj; डॉ। भारत को कोविद -19 से बचाने के लिए हर कुर्बानी देने & zwnj; । तैयार हैं। ऐसे में सुनील पाल का इन मसीहाओं के बारे में दिया गया बयान पूरी तरह से अस्वीकार्य है। माननीय @AmitShah जी आरडीए एम्स महामारी कानून के तहत @iSunilPal को फौरन सलाखों के पीछे डालने का अनुरोध करता है। उन्हें इसकी सजा मिलनी ही चाहिए।"

है[tw]https://twitter.com/AIIMSRDA/status/1384215578181730305[/tw]

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एबीपी न्यूज ने जब इस विवाद और डॉक्टरों द्वारा गिरफ्तारी की मांग को लेकर सुनील पाल से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, "मैंने वीडियो की शुरुआत में ही कहा कि 100% में से 90% प्रति डॉ। बेइमान वतन & nbsp; होते हैं। मैं सभी डॉक्टरों को बेइमान वतन तो नहीं बता रहा हूं। ऐसे में एम्स के डॉक्टरों के बुरे मानने की क्या जरूरत है? वे क्या मानते हैं कि उनका शुमार ऐसे 90% प्रति डॉक्टरों में है और उनकी गिनती 10% अच्छे डॉक्टरों में नहीं होती है?"

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सुनील आगे कहते हैं, "आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि कोरोना की बीमारी गरीबों को बहुत अधिक परेशान कर रही है जबकि अमीर व तमाम सेलिब्रिटी जल्दी जल्दी ठीक होने के साथ घर लौट रहे हैं? ये सोचनेवाली बात यह है कि यह माजरा क्या है और कहीं कोरोना के इलाज का नाम डॉ। फर्जीवाड़ा करने &wnj; & zwnj; ? तो लगे नहीं हैं? सरकार से इसी बात की तहकीकात करने का अनुरोध करने के लिए मैंने यह वीडियो बनाया है।"

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सुनील ने आगे कहा, "मैं कम से कम 10 ऐसे लोगों को जानता था & nbsp; जिनके कोरोना के & zwnj; संक्रमण के चलते मौत हो गई। इसी बात से विचलित होकर ही मैंने इस तरह का वीडिया बनाने का फैसला किया। अगर डॉक्टरों को लगता है कि मैं अपने वीडियो के लिए उनसे माफी मांगू तो ऐसा कतई नहीं होगा। मैं गिरफ्तारी देने & zwnj; । तैयार हूं।"