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BHU के स्टडी में चौकाने वाला खुलासा, ‘AB’ ब्लड ग्रुप के लोगों में तेजी से फैल रहा कोरोना, अमेरिका ने भी लगाई मुहर

अभिषेक जायसवाल, वाराणसीदेशभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच बीएचयू में वैज्ञानिकों की टीम ने स्टडी के बाद ये दावा किया है कि ‘AB’ ब्लड ग्रुप वाले लोग सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित हो रहे हैं, जबकि ‘O’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों पर ये वायरस कम प्रभावी है।BHU के जीव विज्ञान विभाग के प्रफेसर ज्ञानेश्वर चौबे की अगुवाई में 21 वैज्ञानिकों की टीम ने पूर्वांचल के अलग-अलग शहरों से 501 लोगों पर परीक्षण के बाद ये रिजल्ट पाया है। BHU के वैज्ञानिकों के स्टडी के इस दावे पर अमेरिका ने भी मुहर लगाई है। अमेरिका के प्री प्रिंट जर्नल मेड आर्कयिव में इस शोध को प्रकाशित किया गया है।’AB’ ब्लड ग्रुप के लोग ज्यादा प्रभावितएनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में प्रफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि इस शोध में ये रिजल्ट पाया गया है कि कोरोना संक्रमित लोगों में 36 फीसदी लोग ‘AB’ ब्लड ग्रुप के हैं, जबकि ‘O’ ब्लड ग्रुप वाले संक्रमित लोगों की संख्या महज 11 फीसदी ही हैं। ‘AB’ के अलावा सबसे ज्यादा खतरा ‘B’ ब्लड ग्रुप के लोगों में है। इस शोध में ये बातें भी सामने आई हैं कि ‘B’ ब्लड ग्रुप के 31 फीसदी और ‘A’ ब्लड ग्रुप के 22 फीसदी लोग कोरोना प्रभावित हैं।संक्रमण की दर ज्यादा, मृत्यु दर सबसे कमप्रफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि ‘AB’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। लेकिन इस ब्लड ग्रुप में मृत्यु दर सबसे कम पाई गई है। शोध में ये दावा किया गया है कि ‘O’ ब्लड ग्रुप वाले लोगों की अपेक्षा 152 गुना तेजी से ‘AB’ ब्लड ग्रुप के लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।शोध में ये वैज्ञानिक रहे शामिलकोरोना पर हुए इस शोध में 12 शोध संस्थाओं के 21 वैज्ञानिक शामिल रहे । इनमें BHU के जीव विज्ञान विभाग के प्रफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के अलावा बीएचयू के प्रफेसर प्रज्ज्वल सिंह, प्रफेसर वी एन मिश्र, प्रफेसर यामिनी भूषण त्रिपाठी पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रफेसर वंदना राय, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. आशीष सिंह, डॉ. सुधीर राय समेत अन्य लोग शामिल हैं।