मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में एसटीएफ की टीम ने सतर्कता दिखाते हुए 182 किलो गांजा जब्त किया गया है. आंध्रप्रदेश से उज्जैन के पास तराना लाई जा रही गांजे की इस बड़ी खेप को ट्रक के नीचे तिरपाल में छिपाकर रखा गया था. नशे की इस खेप को बाजार में उतराने से पहले ही एसटीएफ ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर गांजा जब्त कर लिया है. गांजे की इस खेप की कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई है.
खाली ट्रक में तिरपाल के नीचे आंध्रप्रदेश से गांजा खरीदकर उज्जैन में तस्करी करने वाले पांच लोगों को एसटीएफ ने पकड़ा है. आरोपियों में एक तराना के झिरनिया का पूर्व सरपंच है, जो तराना थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. जिससे दस लाख रुपए कीमत का 182 किलो गांजा बरामद हुआ है.
पकड़े गए आरोपी आंध्रप्रदेश से ढाई हजार रुपए किलो में गांजा खरीदते हैं और उज्जैन जिले में साढ़े सात हजार रुपए किलो में बेचते थे. इंदौर रोड पर प्रशांति धाम के पास घेराबंदी कर ट्रक संख्या एमपी 09 एचएफ- 6168 से 182 किलो गांजा बरामद हुआ है.
गिरफ्तार तस्करों पर एसटीएफ की टीम एक महीने से नजर रखे हुए थी. पूर्व सरपंच मानसिंह पिता देवी सिंह गुर्जर भी लंबे समय से गांजा तस्करी में लिप्त थे. उसके खिलाफ तराना समेत कई थानों दो दर्जन मामले दर्ज है. उसकी पत्नी भी सरपंच रह चुकी है. वह उक्त थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. तस्करी में उसके साथ सुभाष प्रहलाद , लाखन राजपूत और अंतरसिंह गुर्जर को भी गिरफ्तार किया है.
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