दुनियाभर के देशों की सेनाओं और रक्षा शक्ति का आकलन करने वाली संस्था ग्लोबल फायर पावर (जीएफपी) के मुताबिक, भारत सैन्य ताकत के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट आई थी जिसमें ये बताया गया था कि भारत 2017 में दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर सामने आया है जिसमें भारत ने फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है.
अब इसके अलावा विश्व की एक उभरती हुई महाशक्ति भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की संभावना भी विश्व के नेताओं और आर्थिक जगत के समीक्षकों द्वारा प्रकट की जा रही है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने नईदिल्ली में १० जुलाई को कहा ‘मैं 2020 में प्रधानमंत्री मोदी की कोरिया यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं और तब तक मुझे उम्मीद है कि हम विभिन्न बहुपक्षीय सम्मेलनों में अपनी घनिष्ठ बातचीत जारी रखेंगे.Ó
प्रधानमंत्री 2020 में कोरिया दौरा तभी करेंगे, जबकि २०२० में अगले लोकसभा चुनावों में उन्हें जीत हासिल हो और वो एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री बनें. इस तरह देखा जाए तो मून जे–इन ने नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी कर दी।
अमेरिका के एक शीर्ष उद्योगपति जॉन चैंबर्स ने आज कहा ”आपके प्रधानमंत्री में ऐसा करने की क्षमता है. मेरा मानना है कि वह देश को सही दिशा में ले जा रहे हैं.Ó
Óजॉन चैंबर्स का मानना है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद यदि नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने का मौका नहीं मिलता है तो भारत के प्रभावशाली विकास और समावेशी वृद्धि के लिए यह जोखिम भरा होगा.
सिस्को सिस्टम्स के पूर्व कार्यकारी चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चैंबर्स ने यहां भारतीय संवाददाताओं से कहा कि भारत के पास दुनिया की सबसे मजबूत समावेशी वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था बनने का मौका है.
प्रधानमंत्री मोदी के जनता से सीधे संवाद की क्षमता से विपक्षी खेमें में हाहाकार
उन्हें न्यू मीडिया का बेहतरीन इस्तेलाम करने में महारथ हासिल है। मोदी का देश के आम जनमानस से ये सीधा संवाद ये जताता है कि आज उन लोगों से खुलकर और सीधा सियासी संवाद होता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई गैर–परंपरागत संवाद माध्यमों के जरिए जनता से संवाद करते हैं. उनके सामने अपनी बात रखते हैं. हाल के दिनों में पीएम मोदी ने तकनीक की मदद से किसानों, केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों और डिजिटल इंडिया के नए उद्यमियों से सीधे बात की है. आज जिस तरह से आम आदमी अपने सियासी हुक्मरानों से सीधे संवाद कर रहा है, वो बहुत ही दिलचस्प और असरदार मालूम होता है. ये शासकों और जनता के बीच सीधा संवाद कायम करने का एकदम नया और बेहद प्रभावी जरिया है.
मोदी का देश के आम जनमानस से ये सीधा संवाद ये जताता है कि आज उन लोगों से खुलकर और सीधा सियासी संवाद होता है. ये वो लोग हैं जो चुनाव में अहम होते हैं. न केवल आम आदमी, बल्कि समाज के ऊंचे तबके के लोगों से संवाद में भी आज पुराने माध्यमों का कोई रोल नहीं रह गया है.
पीएम मोदी और बीजेपी ने आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए ऐसा मास्टरप्लान तैयार किया है जिसके बारे में जानकर विपक्षी खेमा चित्त हो जाएगा. दरअसल विपक्षी खेमा पीएम मोदी को घेरने में लगा हुआ है. लेकिन अगले साल होने वाले आम चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी साल 2019 के फरवरी तक देश के अगल–अलग हिस्सों में 50 धुआंधार रैलियां करने वाले हैं.
पीएम मोदी इन रैलियों के जरिये 150 से अधिक लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे. इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंंह और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज जैसे बड़े नेता भी 50-50 रैलियां करेंगे.
पार्टी के एक नेता ने जानकारी दी कि लोकसभा चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले ही भाजपा 200 रैलियों के जरिये कम से कम 400 लोकसभा क्षेत्रों को कवर कर चुकी होगी. पीएम मोदी इन 50 रैलियों के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी रैलियों को संबोधित करेंगे, जहां इस साल के आखिर में चुनाव होना है.
देश के 69वें गणतंत्र दिवस २६ जनवरी २०१८ के मौके पर10 आसियान देशों के प्रमुख गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि रहे ।
आज का समाचार है कि इस बार मोदी सरकार ने ट्रंप को भेजा है न्यौता और इस आमंत्रण को अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने स्वीकार भी किया है। अतएव इस गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे टं्रप।
यह कहना उचित ही है कि कांग्रेस भले ही मजबूरी में क्षेत्रीय दलों के प्रभाव वाले राज्य में उनके सामने आत्मसमर्पण की तैयारी में है, लेकिन, मोदी को रोकने के नाम पर आत्मसमर्पण की इस मजबूरी के बावजूद महागठबंधन मजबूत आकार लेता नहीं दिख रहा है।
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