Ranchi : रविवार को देश को नया संसद भवन मिला. पीएम नरेंद्र मोदी ने विधि-विधान से इसका उद्घाटन किया. इससे पहले पीएम मोदी ने राजदंड ( सेंगोल) को दंडवत प्रणाम किया. इस क्रम में तमिलनाडु से आये अधीनम संतों ने धार्मिक अनुष्ठान के बाद पीएम मोदी को राजदंड सौंपा. वहीं विपक्ष ने राष्ट्रपति से संसद भवन का उद्घाटन नहीं कराने का विरोध किया.
नये संसद भवन उद्घाटन में देश के राष्ट्रपति को नहीं बुलाए जाने के विरोध में कांग्रेस रविवार को रांची में सड़क पर उतरी. राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत रविवार को बिरसा चौक पर धरना दिया गया. कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राष्ट्रपति से संसद भवन का उद्घाटन न करवाना और न ही उन्हें समारोह में बुलाना यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है.
धनबाद के आधे से भी अधिक कानून के रखवालों के बैठने के लिए अपना भवन तक नहीं है. ये लोग विभिन्न सरकारी विभागों के भवनों से ही अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं. धनबाद के 35 थानों का अपना भवन नहीं है. 27 थाने एवं ओपी बीसीसीएल के क्वार्टरों में और 8 थाने अन्य भवनों में संचालित हैं. उधार के भवन होने के कारण इन्हें कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है.
बड़कागांव-केरेडारी में विद्युत विभाग के कर्मियों के अथक प्रयास से 56 घंटे के बाद बिजली आपूर्ति शुरू हो पायी. इस दौरान बिजली विभाग के एसडीओ सत्यदेव कुमार बिजली कर्मियों के साथ लगातार लगे रहे. अब लोगों को राहत मिल गयी है. गुरुवार को आयी आंधी-पानी से बड़कागांव-केरेडारी प्रखंड में लगभग 50 बिजली के खंभे टूट गए थे.
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