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भारत का नाम पहली बार ऑस्कर नौकरी के रूप में दर्ज किया गया था, आपको क्या पता है?

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ऑस्कर 2023 विनर्स लिस्ट: ऑस्कर 2023 में अगर किसी की धूम है तो वह भारत है। भारत की दो फिल्मों ने दो ऑस्कर हिट्स अपने नाम किए। ये पहले आरआरआर हैं, जिनके गाने नाटू-नाटू ने बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटिगरी का निर्विवाद जीता है। वहीं, दूसरी फिल्म द एलिफेंट व्हिस्परर्स है, जो बैटिंग मारी में बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री कैटिगरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का नाम पहले ऑस्कर कब दर्ज किया गया था? अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।

ऐसी स्थिति की झलकियाँ

ऑस्कर के इतिहास की तरफ बढ़ने से पहले हम आपको ऑस्कर 2023 की झलकियों से रूबरू देते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ऑस्कर के नंबरों की यह सेरेमनी इस बार बिना किसी विवाद के खत्म हो गई है। जब घटना का समापन हुआ तो एक बोर्ड आया। इस बोर्ड पर लिखा था कि बिना किसी विवाद के यह पहला ऑस्कर है। इस पर जिमी किमेल ने ‘एक’ लिखा है।

2023 में ऐसा हो रहा है भारत का प्रदर्शन

ऑस्कर 2023 में भारत की ओर से तीन फिल्मों ने रजिस्ट्री पेश की थी। इनमें से पहला आरआरआर, दूसरा द एलिफेंट व्हिस्परर्स और तीसरा ऑल डैट ब्रीथ्स था। ऑल दैट ब्रीथ्स को सफलता नहीं मिली, जबकि आरआरआर और द एलिफेंट व्हिस्परर्स ने अपना जलवा दिखाते हुए अरबों भारतीयों को खुशी मनाने का मौका दिया।

भारत को कब मिला था पहला ऑस्कर?

अब हम आपको बता रहे हैं कि भारत के नाम पर पहला ऑस्कर कब दर्ज किया गया था? दरअसल, 1983 में भारत को पहला ऑस्कर मिला था। 1983 में यह सबंधी फिल्म गांधी के लिए हासिल की गई थी। इस फिल्म में भानु अथैया ने जॉन मोलो के साथ कोस्ट डिजाइन किया था, जिसके लिए उन्हें यह कम मिला। यह विश्वसनीय पत्रकार के बाद भानु अथैया ने बताया था कि उस वक्त सभी लोगों ने हमारी जीत का दावा पहले ही कर दिया था। उनका कहना था कि गांधी फिल्म का दायरा इतना बड़ा था कि उससे कोई प्रतियोगिता करने के बारे में सोच ही नहीं सकता।

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