Satya Sharan Mishra
Ranchi: झारखंड में भ्रष्टाचार, वित्तीय कुप्रबंधन, परिवारवाद, तुष्टिकरण और घुसपैठ के मुद्दे को भाजपा मजबूत हथियार के रूप में हेमंत सरकार के खिलाफ उपयोग करेगी. देवघर में हुई दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में मुख्य रूप से इन्हीं मुद्दों पर भाजपा का फोकस रहा. खास तौर पर संथाल और कोल्हान में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन को कैसे डैमेज किया जाए. ग्रासरूट लेबल पर महागठबंधन के जनाधार को कैसे खिसकाया जाए और उस टूटे हुए आधार को भाजपा से जोड़ा जाए इसपर मंथन हुआ. भाजपा ने हर लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र के सामाजिक, राजनीतिक और स्थानीय मुद्दों के हिसाब से उन सीटों पर फतह की रणनीति बनाई है. कार्यसमिति की बैठक के दूसरे दिन भी पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों ने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देकर उसपर पूरी इमानदारी और समर्पण के साथ काम करने का निर्देश दिया.
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हेमंत व उनके करीबियों पर लगे आरोपों को भुनाएगी भाजपा
2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की नजर हारी हुई दो सीटों पर है. इनमें संथाल का राजमहल और कोल्हान का सिंहभूम सीट है. कोल्हान में पार्टी को मजबूत करने का मंत्र कार्यकर्ताओं को 7 जनवरी को गृहमंत्री अमित शाह देकर गये हैं. अब संथाल में कार्यसमिति के बहाने भाजपा ने संथाल को साधने का प्लान तैयार किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके करीबियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को संथाल में भुनाने के लिए भाजपा ने जो मुद्दे तय किये हैं. इनमें सीएम हेमंत सोरेन, उनके भाई बसंत सोरेन, सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत संथाल में सीएम के करीबियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा जनता के बीच जाएगी. अपने राजनीतिक प्रस्ताव में भी भाजपा ने इसका उल्लेख किया है कि सत्ता के संरक्षण में भ्रष्टाचार हुआ और उन भ्रष्टाचारियों को हेमंत सरकार जेल में भी वीवीआईपी सुविधा उपलब्ध करा रही है.
भाजपा बताएगी कैसे हो रही संथाल की डेमोग्राफी चेंज
संथाल परगना में घुसपैठ के मुद्दे को भुनाने के लिए भाजपा ने कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत झोंकने का निर्देश दे दिया है. भाजपा वोटर्स को यह बताएगी कि कैसे संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ तेजी से बढ़ रहा है और वहां की डेमोग्राफी चेंज हो रही है. संथाल में बांग्लादेशी रोहिंग्यों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. पाकुड़ और साहिबगंज इसका केन्द्र बना हुआ है. अंसार-उल-बांग्ला और प्रतिबंधित पीएफआई संगठन इस इलाके में सक्रिय है. घुसपैठिए जनजातीय बच्चियों से जबरन शादी कर रहे हैं और उसके बाद उनकी जमीन हड़प रहे हैं और उसके बाद उनकी हत्या भी कर दे रहे हैं. आदिवासी मुख्यमंत्री के कार्यकाल में आदिवासियों के साथ यह खिलवाड़ शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है. पीएफआई से जुड़े लोगों ने आदिवासी लड़कियों से शादी करके संथाल परगना में लगभग 10 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदी है.
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परिवारवाद पर कड़ा चोट करेगी भाजपा
भाजपा जनता को यह भी बताएगी कि सरकार में शामिल तीनों पार्टियों झामुमो, कांग्रेस और राजद लोकतांत्रिक नहीं परिवारवाद वाली पार्टियां हैं. राजनीतिक प्रस्ताव में भाजपा ने कहा है कि राज्य में हुई लूट और भ्रष्टाचार में भी झामुमो का परिवारवाद शामिल हुआ है. सोरेन परिवार को दुमका में राजनीतिक विरासत के लिए परिवार से अलग कोई आदिवासी परिवार नहीं दिखता. वहीं भ्रष्टाचार में इस परिवार ने राष्ट्रीय स्तर पर इतिहास रच दिया. मुख्यमंत्री अपनी कलम से खुद के नाम, पत्नी कल्पना सोरेन व भाई बसंत सोरेन के नाम खान-खनिज का आवंटन करते हैं. ऐसी पार्टियां कभी भी राज्य का भला नहीं कर सकती.
केंद्र की योजनाओं का झारखंड में हाल बताएगी पार्टी
केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की राज्य में जो स्थिति है, उसे भी भाजपा जनता के बीच रखेगी. भाजपा ने कहा है कि केन्द्र सरकार मुक्त हस्त से झारखंड को मदद कर रही है. इसके बावजूद हेमंत सरकार केन्द्रीय योजनाओं को लेकर लापरवाही बरत रही है. जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पाइप लाइन से जल पहुंचाने की योजना का हश्र काफी बुरा है. 2024 तक लगभग 60 लाख घरों में नल से जल पहुंचाना लक्ष्य है. अभी तक प्रगति कुछ जिलों में सिर्फ 17 प्रतिशत और कई जिलों में 7 से 10 प्रतिशत, जो राष्ट्रीय औसत से 26 प्रतिशत पीछे चल रहा है. प्रधानमंत्री आवास योजना का बहुत बुरा हाल है. संथाल में 50 फीसदी पीएम आवास भी पूरा नहीं हुआ है. आयुष्मान भारत योजना पर राज्य में ग्रहण लगता जा रहा है.
भाजपा ऐसे पेश करेगी हेमंत सरकार की आदिवासी विरोधी छवि
भाजपा ने जनता के बीच हेमंत सरकार की आदिवासी विरोधी छवि पेश करने की भी तैयारी कर ली है. सरकार गठन के बाद से आदिवासियों पर हुए अत्याचार के मामलों को भाजपा जनता के बीच लेकर पहुंचेगी. भाजपा ने राजनीतिक प्रस्ताव में कहा कि चाईबासा में आदिवासियों का सामूहिक नरसंहार. सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या, दारोगा रूपा तिर्की की हत्या, संध्या टोपनो की हत्या, दलित नवयुवक संजू प्रधान की मॉब लिंचिंग, देबू तुरी की पुलिस कस्टडी में हत्या जैसे मामलों को उठाया जाएगा. इसके अलावा टीएसी के गठन का विवाद. आदिवासियों के लिए आरक्षित औद्यौगिक भूमि को सीएम की पत्नी के नाम करवाने. सोरेन परिवार पर सीएनटी-एसटीपी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन लेने के आरोपों को भी भाजपा भुनाएगी. वहीं आदिवासी हित में केंद्र सरकार द्वारा किये गये कामों को गिनाकर भी भाजपा माइलेज लेने की कोशिश करेगी. इसके तहत भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित करने, द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने, परमवीर अलबर्ट एक्का के नाम अंडमान-निकोबार का एक द्वीप करने जैसे कार्यों को भाजपा आदिवासी जनमानस के बीच पहुंचाएगी.
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