
कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने कल धान उपार्जन केन्द्र कुम्ही का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शासन द्वारा धान का उपार्जन निर्धारित मात्रा 40 किलो ग्राम के स्थान पर अधिक धान तौल में पाया गया, जिससे कृषकों को आर्थिक रूप से क्षति हुई है। धान उपार्जन केन्द्र कुम्ही में खरीदी किये गये धान की एक लेयर (धान मूसा) स्टेक में लगाया जाना पाया, जबकि शासन के निर्देशानुसार धान का स्टेक दो लेयर (धान भूसा) में रखा जाना है, धान उपार्जन केन्द्र में कृषकों के धान को ढेरी लगाकर परीक्षण नहीं किया जाना पाया गया, इस प्रकार धान उपार्जन केन्द्र कुम्ही में उपरोक्त अनियमितता कर धान उपार्जन नीति वर्ष 2022-23 एवं उपार्जित धान को सुरक्षित रखने हेतु दिये गये निर्देशों का उल्लंघन किया गया है। जिसमें संयुक्त रूप से श्री रामकरण वर्मा, सहायक समिति प्रबंधक, सेवा सहकारी समिति मर्यादित कुसमी एवं धान खरीदी उपार्जन केन्द्र कुम्ही के प्रभारी श्री नारायण नेताम दोषी पाया गया है। उक्त अनियमितता के संबंध में प्राथमिक कृषि साख सहकारी सोसाइटियों के सेवायुक्तों के प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इस आशय का आदेश उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बेमेतरा द्वारा आज जारी किया गया।
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