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Editorial:जम्मू और कश्मीर अब सदैव के लिए बदल रहा है

28-9-2022

कश्मीर में सिनेमा की वापसी: वो कहते हैं न कि हर रात के बाद सवेरा अवश्य आता है। वैसा ही कुछ जम्मू-कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है। कश्मीर को धरती का ‘स्वर्ग’ कहा जाता है। जहां के बर्फ से ढके सुंदर-सुंदर पहाड़ और खूबसूरत झीलें किसी का भी मन मोह लेने के लिए काफी हैं। परंतु इन खूबसूरत और मनमोहक वादियों के बीच कश्मीर से एक तस्वीर आतंकवाद की भी सामने आती रही है। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की बेड़ियों से कश्मीर कई दशकों से जकड़ा हुआ हैं। आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों के जरिए कश्मीर के माहौल को बिगाड़ते और रक्तपात को अंजाम देते आए हैं। यही कारण है कि कश्मीर विकास के मामले में काफी पीछे छूट गया। परंतु वही कश्मीर अब बदल रहा है।

मोदी सरकार ने जब से कश्मीर को अनुच्छेद-370 की बेड़ियों से मुक्त कराया है, तब से ही कश्मीर की स्थिति पूरी तरह से बदलती नजर आने लगी है। वो कश्मीर जो अब तक आतंक के कारण भय के साए में जीता आ रहा था आज वह भी विकास की रफ्तार पकड़ने लगा है। मोदी सरकार की आतंकवाद के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति, तेजी से संपूर्ण विकास और शांति कायम करने के प्रयास कश्मीर की दशा और दिशा को पूरी तरह से बदल रही है। इसके चलते केंद्र शासित प्रदेश में एक नयी आशा की किरण निकली है, जो आतंकवाद के भयानक अतीत को पीछे छोड़ने के लिए तैयार है।आप कभी कश्मीर घूमने गए हों या फिर नहीं, परंतु आपने कश्मीर के खूबसूरत दृश्य किसी न किसी फिल्म में तो अवश्य ही देखे होंगे। एक समय ऐसा था जब कश्मीर फिल्म इंडस्ट्री का पसंदीदा शूटिंग स्पॉट हुआ करता था। फिर आतंक के साए में जकड़ने के बाद यहां सिनेमाघरों में ताला लग गया। हालांकि अब कश्मीर में दोबारा मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल की वापसी शुरू होने लगी है।

जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की जयंती के अवसर (23 सितंबर) पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है। उपराज्यपाल के ऑफिस से जारी सरकारी आदेश के अनुसार- ‘महाराजा हरि सिंह की जयंती के अवसर पर हर साल 23 सितंबर को केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू और कश्मीर) के सरकारी सभी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश रहेगा।’

इन सबके अतिरिक्त अक्टूबर के पहले हफ्ते में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के केंद्र शासित प्रदेश का दौरा कर सकते हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि गृह मंत्री की अपनी यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के लिए कई विकास परियोजनाओं का ऐलान कर सकते है, जिससे जम्मू-कश्मीर और तेजी से विकास की रफ्तार पकड़ेगा।

इन घटनाओं से यह तो स्पष्ट होता है कि जम्मू-कश्मीर बदल रहा है। इस तरह के बड़े सुधार इस बात को साबित कर रहे हैं कि आतंकवाद के भय को पीछे छोड़ जम्मू-कश्मीर एक नए शुरुआत की ओर बढ़ रहा है।