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Editorial:राम का अस्तित्व नकारने वाले अब उन्हीं की शरण में कैसे

8-8-2022

कुछ लोगों ने मानो प्राणांतक वचन लिया है कि प्राण जाए पर नौटंकी न जाए और ‘कुंठितÓ कांग्रेसी इसके जीते जागते प्रमाण हैं। 5 अगस्त को अपने ‘चेलों समेत राहुल गांधी एंड कंपनी कथित तौर पर घरेलू वस्तुओं में बढ़ोत्तरी के विरुद्ध संसद में धरना प्रदर्शन पर उतर आई परंतु उनके प्रदर्शन में महंगाई की प्राथमिकता उतनी ही थी जितनी राहुल गांधी की प्राथमिकता राजनीति है! हालांकि, उनका यह प्रदर्शन, विरोध प्रदर्शन कम और तुष्टीकरण अधिक था क्योंकि यह संयोग तो हो नहीं सकता कि यह उसी 5 अगस्त को हुआ, जिस दिन देश से अनुच्छेद 370 का कलंक मिटा और भारत की पवित्र भूमि पर श्री राम जन्मभूमि परिसर की पुनस्र्थापना सुनिश्चित हुई थी। इस लेख में हम विस्तार से देश की बयोवृद्ध पार्टी और तुष्टीकरण की ‘महारथी कांग्रेस के ट्राइड एंड टेस्टिड फॉर्मूले से अवगत होंगे कि कैसे भगवान राम के अपमान पर चारों ओर से घेरे जाने पर इस पार्टी ने पुन: सॉफ्ट हिन्दुत्व का मार्ग अपनाया।

परंतु वो उतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस में खुलकर यह कहने की हिम्मत नहीं हैं लेकिन आज भी कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति जारी है। सारे कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहनकर यह संदेश दिया कि वो भव्य राम मंदिर के शिलान्यास और निर्माण, दोनों का विरोध कर रहे हैं।”

अमित शाह ने इस मामले पर थोड़ा संयम का प्रयोग किया परंतु ये बात सीएम योगी थोड़ी न समझने वाले थे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेसियों को अविलंब राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए। योगी का बयान स्पष्ट था कि “अयोध्या दिवस के दिन कांग्रेस का प्रदर्शन निंदनीय है। कांग्रेस का प्रदर्शन रामभक्तों का अपमान है। इन लोगों (कांग्रेसियों) ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए।”

अब ऐसे में कांग्रेस करे तो क्या करे? तुरंत पिटारे में से ‘सॉफ्ट हिन्दुत्वÓ का कार्ड निकाल लिया। कुछ ही दिन पूर्व राहुल गांधी लिंगायत समुदाय के एक धर्मगुरु से दीक्षा लेने पहुंचे थे ताकि आगामी कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में उनका आशीर्वाद प्राप्त हो। परंतु कांग्रेस के इस सॉफ्ट हिंदुत्व वाले खेल में कांग्रेसियों के चश्मोचिराग अकेले नहीं हैं। अब प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि “भये प्रकट कृपाला दीन दयाला कौशिल्या हितकारी हर्षित महतारी, मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी ज्ज्.. करुणा सुख सागर, सब गुन आगर जेहि गावहिं श्रुति संता सो मम हित लागी, जन अनुरागी प्रकट भये श्रीकंता।”

उन्होंने इसी ट्वीट में आगे लिखा, देशभर के गरीबों और मध्यम वर्ग के ऊपर पड़ रही महंगाई की मार के खिलाफ लडऩा जन अनुरागी भगवान राम का दिखाया रास्ता है, जो महंगाई बढ़ाकर दुर्बल जन को कष्ट देता है, वह भगवान राम पर वार करता है। जो महंगाई के विरुद्ध आंदोलन करने वालों को मिथ्या वचन कहता है, वह लोकनायक राम और भारत के जन का अपमान करता है।”

कांग्रेसियों ने शुरु से ही हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया है। हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना, हिंदुओं के प्रतीक चिह्नों का अपमान करना, तुष्टीकरण के चक्कर में हिंदुओं को हासिये पर रखना उनके रग-रग में बसा हुआ है। कांग्रेस नेता आये दिन अपने कुत्सित बयानों से इसकी पुष्टि भी करते रहते हैं लेकिन हाल में कांग्रेसियों का जो हृदय परिवर्तन हुआ है उस पर ध्यान देना अति आवश्यक है। कांग्रेस किसी की भी सगी नहीं है यह पूरा देश जानता है। ऐसे में एक समय वो भी आ सकता है जब अपने आप को हिन्दू सिद्ध करने हेतु ये कांग्रेसी अपने कोट पर जनेऊ पहनने लगेंगे और उनकी हालिया हरकतों से तो यह भी सिद्ध होता है कि कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है चाहे इसके पीछे उनका समूल नाश ही क्यों न हो जाए!