जालौन: उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड वासियों को जल्द ही एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने वाली है। इसके साथ ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (bundelkhand expressway) पर सफर करने वाले मुसाफिरों को 5-ई सेवा ( 5 E- service) का सुरक्षा कवच मिलेगा। इसमें किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर तुरंत राहत पहुंचाने का काम किया जायेगा। वहीं इसके लिए स्टाफ को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
दरअसल, एक्सप्रेस वे पर कई बार बड़े हादसे हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में लोगों तक कैसे मदद पहुंचाई जाए इसको लेकर 5-ई सुरक्षा का कवच तैयार किया गया है। इसके लिए पुलिस कर्मियों के साथ विद्यार्थी, स्टाफ, नर्स व ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को लेकर बारीकिंयो से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
एक्सप्रेस वे में क्या होती है, 5-ई की सेवा
एक्सप्रेस वे में 5 तरीकों की सुविधा मुहैया कराई जाती है। जिसमें 5-ई सेवा के अंतर्गत रोड इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग, एजूकेशन, एनफोर्समेंट और इमरजेंसी केयर शामिल होता है। पहले चरण में 2-ई यानी रोड और वाहन इंजीनियरिंग पर काम हो चुका है। अब एजुकेशन एनफोर्समेंट और इमरजेंसी केयर पर काम किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर रडार सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल किया जायेगा।
7 जनपदों के नजदीकी थानों के पुलिस कर्मियों को किया जायेगा प्रशिक्षित
एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ दो किमी के दायरे में आने वाले समस्त थानों के पुलिस कर्मियों को फरीदाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजूकेशन में यातायात प्रबंधन, सड़क सुरक्षा यातायात संबंधी कानून, प्राथमिक, स्वास्थ्य सेवा और रडार सॉफ्टवेयर का तीन दिन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें बांदा, महोबा, जालौन के 30-30 पुलिसकर्मी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
गांव को लोगों को किया जा रहा प्रशिक्षित
सातों जिलों के गांव के लोग हादसा रोकने में किस तरह से मददगार साबित हो सकते है। इसका भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए सातों जिलों के 233 स्कूलों को शामिल किया गया है। इसके लिए ग्रामीणों और स्कूली छात्रों को इसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
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