Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

यूपी चुनाव में 6 लाख से ज्यादा वोटरों को नहीं भाया कोई प्रत्याशी, 62 सीटों पर कांग्रेस से ज्यादा नोटा को मिले वोट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 6 लाख 37 हजार 331 लोगों को किसी भी दल का कोई भी प्रत्याशी नहीं भाया। उन्होंने सबको नकार दिया। नोटा का बटन दबाने वाले इन मतदाताओं की संख्या प्रदेश में हिस्सा लेने वाले कुल वोटरों का 0.70% रही। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक नोटा का वोट शेयर एआईएमआईएम, सीपीआई और जेडीयू जैसे दलों के कुल वोट शेयर से भी ज्यादा है। प्रत्याशियों को नकार कर मताधिकार का प्रयोग करने वालों ने प्रदेश की तीन विधान सभाओं में तो चार हजार वोटों का आंकड़ा तक पार किया है।

राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों में अरुचि होने की वजह से मताधिकार का प्रयोग न करने वाले लोगों को वोटिंग के प्रति आकर्षित करने और उनकी यह राय दर्ज करने के लिए देश में पहली नोटा का विकल्प मतदान में 2009 में दिया गया था। स्थानीय चुनावों में मतदाताओं को नोटा का विकल्प देने वाला छत्तीसगढ़ भारत का पहला राज्य था। विधान सभा चुनावों में नोटा का विकल्प 2013 में चार राज्यों – छत्तीसगढ़, मिजोरम, राजस्थान और मध्य प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली में दिया गया था।

वहीं, 2014 से पूरे देश में ईवीएम में एक बटन नोटा का दिया जाना अनिवार्य कर दिया गया। लोगों में इसको लेकर जागरूकता बढ़ी है। लोग इसका प्रयोग कर रहे हैं। नोटा प्रयोग करने वालों का प्रतिशत जिन प्रमुख राजनीतिक दलों से अधिक है, उनमें एआईएमआईएम (0.49%), जेडीयू (0.11%), सीपीआई (0.07%) शामिल हैं।

62 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों से ज्यादा नोटा
प्रदेश के 62 विधान सभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों से ज्यादा वोट नोटा के हिस्से गए। अमरोहा, अलीगंज, असमोली, बाबागंज, अयाह शाह, औरैया, रसड़ा, रॉबर्ट्सगंज, सैदपुर, शामली, जहूराबाद, जमानिया, मेजा, मुबारकपुर, नूरपुर, दुद्धी, कुंडा, मऊरानीपुर, नानपारा, पीलीभीत, ज्ञानपुर, फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद, चकिया, चंदौसी, मड़ियाहू, फिरोजाबाद, चंदौसी, बिधूना, भिनगा, बांदा, बलहा, बैरिया, बाह, बबेरू, धौरहरा, गुन्नौर, कुंदरकी, मनकापुर, नरैनी, रानीगंज समेत अन्य जिलों में कांग्रेस प्रत्याशियों से ज्यादा लोगों ने नोटा के पक्ष में मतदान किया।

तीन विधानसभा क्षेत्रों में 4,000 से ज्यादा लोगों ने किया प्रयोग
सबसे ज्यादा नोटा का प्रयोग दुद्धी विधान सभा क्षेत्र के लोगों ने किया। यहां 4,756 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। हालांकि यह आंकड़ा बीते विधान सभा चुनाव की तुलना में कम है। पिछली बार यहां 8,522 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया था, जोकि इस सीट पर हुए कुल मतदान का 4.53% था। इसके अलावा घोरावल विधान सभा क्षेत्र में 4,482 जबकि राठ में 4,268 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया। यही तीन क्षेत्र सबसे ज्यादा नोटा का प्रयोग करने वालों में रहे।