जल जीवन मिशन अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में रेट्रोफिटिंग योजना अंतर्गत ग्रामों में संचालित नल जल योजना के बेहतर संचालन हेतु पंप आपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर एवं हेल्पर का पांचवा कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया।
कौशल विकास प्रशिक्षण में रेट्रोफिटिंग योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत अहिल्दा, लहौद, मोहत्रारा, मुंडा, सोनाडीह, रसेड़ी, डमरू और धारसीव के ग्रामों में संचालित नल जल योजना के संचालन हेतु पंप आपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर एवं हेल्पर शमिल हुए। प्रशिक्षण में एफ टी के कीट के द्वारा पानी की जांच कर,जल की गुणवत्ता और महत्व को बताया गया। मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली चीजों में हवा के बाद जल का ही स्थान है। जल का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। इस कारण हमें शुद्ध-स्वच्छ हवा की ही तरह शुद्ध-स्वच्छ जल पीने की भी सलाह दी जाती है।
सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रत्येक ग्राम में महिलाओं को जल की शुद्धता और गुणवत्ता जांचने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं खुद ही पानी की क्वालिटी जांच कर पाएंगी। एफटीके यानी फील्ड टेस्ट किट इस जांच में महिलाओं की मदद करेगा। उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को जल जीवन मिशन के उद्देश्य और कार्यशैली, जल व्यर्थ ना बहाने और उसके प्रचार-प्रसार के संबंध में चर्चा की गई।
मास्टर ट्रेनर श्री सुरेश वाकड़े द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित नलजल योजना के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को जल जीवन मिशन की उपयोगिता, उद्देश्य एवं धरातल पर विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों के समाधान के साथ-साथ जल गुणवत्ता के संबंध में जानकारी दी गई। वर्तमान में पानी के महत्व के संबंध में प्रतिभागियों, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं विभाग के उपस्थित अधिकारियों के साथ विशेष विचार-विमर्श किया गया। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जल जीवन मिशन कार्यपालन अभियंता एवं सदस्य सचिव जिला जल एवं स्वच्छता तथा सहायक आर.के. ध्रुव, समस्त जिला समन्वयक राजकुमार कोसले, उत्कर्ष कावले मनोज राठौर, चतुर साहू आदि उपस्थित थे।