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UP Chunav: सपा कार्यालय पर अखिलेश यादव की रैली में उमड़ी भीड़, 2500 लोगों पर एफआईआर दर्ज

हाइलाइट्सअखिलेश यादव की डिजिटल रैली में उमड़ी भीड़कार्यालय पर कोविड गाइडलाइन की उड़ी धज्जियांडीएम ने कराई जांच, पुलिस ने दर्ज की एफआईआरलखनऊ
समाजवादी पार्टी (samajwadi party) मुख्यालय पर बिना अनुमति आयोजित की गई रैली को लेकर लखनऊ पुलिस ने गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज की है। जानकारी के मुताबिक इस रैली को अखिलेश यादव (akhilesh yadav) के नेतृत्व में डिजिटल रैली बताकर आयोजित किया गया था। इसमें स्वामी प्रसाद मौर्य (swami prasad maurya) समेत बीजेपी छोड़ने वाले अन्य विधायक मंत्री सपा में शामिल हुए। इस दौरान कार्यक्रम में सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सहित पार्टी के तमाम बड़े नेता भी उपस्थित थे।
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सपा कार्यालय पर आयोजित इस रैली में जमकर भीड़ उमड़ी। इसकी जानकारी मिलने के बाद लखनऊ जिला प्रशासन और निवार्चन आयोग ने मामले को सख्ती से लिया गया। लखनऊ के डीएम और जिला निवार्चन अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि समाजवादी पार्टी की यह रैली बिना अनुमति लिए आयोजित की गई थी। सपा कार्यालय पर जांच के लिए लखनऊ पुलिस की एक टीम भी भेजी गई थी। मामले में करीब 2500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस को निपष्क्ष विवेचना के लिए विवेचना करने के लिए कहा गया है।

वहीं मामले में लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि कोविड और चुनाव आयोग की गाइडलाइन के आधार पर किसी कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी। धारा 144 के उल्लंघन और महामारी एक्ट समेत अन्य आईपीसी धाराओं के तहत गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। वीडियोग्राफी समेत अन्य तरीकों ने वहां मौजूद लोगों की पहचान भी की जाएगी।

भीड़ के बीच अखिलेश ने कहा नियमों का पालन करेंगे
बीजेपी से सपा में आए नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के लिए सपा कार्यालय पर यह रैली आयोजित की गई थी। इसे सपा ने डिजिटल रैली का नाम दिया। लेकिन इस दौरान भारी संख्या में लोग जमा थे। यहां कोविड नियमों का पालन नहीं किया गया। वहीं चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली पर रोक लगाई हुई है। अखिलेश यादव ने यहां अपने संबोधन में कहा कि किसी ने इस तरह के चुनाव के बारे में नहीं सोचा था। हम कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे। डिजिटल रैलियों के माध्यम से लोगों तक पहुंचेंगे।

अखिलेश यादव