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UP Chunav Ground Report: हनुमान गढ़ी के महंत बोले- गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियों का अयोध्या से रिश्ता, योगी लड़ें तो खुशी की बात

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अयोध्या से योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। माना जा रहा है कि योगी अयोध्या सीट से दावेदारी कर सकते हैं। स्थानीय विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने योगी के लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान भी किया है।

हनुमानगढ़ी अयोध्या से,
हनुमानगढ़ी की सीढ़ियों पर बाईं ओर महंत संतराम का कमरा है। इस कमरे में जमीन पर बिछे गद्दे पर महंत संतराम दास जमीन पर बैठे लोगों को प्रसाद खिलाते आशीर्वाद दे रहे हैं। ये लोग बिहार से हैं जो कि यहां दर्शन के लिए आए थे।

महंत संतराम दास भी बिहार से हैं। उनका मूल जिला बक्सर है और वह वर्षों पहले यहां आकर बस चुके हैं। वो जिस कमरे में बैठे हैं, वहां हमारे पहुंचने से कुछ दिन पहले सीएम योगी ने उनसे मुलाकात की थी। महंत संतरामदास से हमने उस वक्त बात की, जब कि अयोध्या से सीएम योगी के चुनाव लड़ने की बात शुरू हुई।

हनुमानगढ़ी के मंदिर में महंत संतरामदास

‘2 साल बाद वाली अयोध्या देखिएगा’
अपने कमरे में बैठे महंत संतरामदास ने कहा कि अगर योगी अयोध्या से चुनाव लड़ें तो इससे बेहतर क्या ही बात होगी। महंत संतरामदास कहते हैं कि अयोध्या विराट स्वरूप में तब्दील हो रही है। हमसे बड़े अभिमान से मुस्कुराते हुए उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या का रूप-रंग बदल दिया है। आप दो साल बाद वाली अयोध्या देखिएगा जो सारी दुनिया में राम के नाम से जानी जाएगी।

योगी आदित्यनाथ और गोरक्षपीठ का अयोध्या से तीन पीढ़ियों का रिश्ता है। उन्होंने यहां के लिए क्या नहीं किया है। दो साल बाद वाली अयोध्या को देखिएगा, जो पूरी दुनिया में जानी जाएगी। अयोध्या से अगर योगी चुनाव लड़ते हैं तो यह खुशी की बात होगी।

महंत संतरामदास, अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत

हमसे तो तीन पीढ़ियों का रिश्ता
योगी के अयोध्या प्रेम को याद करते हुए महंत संत रामदास कहते हैं कि योगी जब भी अयोध्या आते हैं तो उनसे इसी कमरे में मिलने जरूर आते हैं। वो कहते हैं कि योगी और गोरक्षपीठ का हनुमानगढ़ी मंदिर से तीन पीढ़ियों का रिश्ता है। महंत दिग्विजयनाथ, महंत अवेद्यनाथ और अब महंत योगी आदित्यनाथ सभी अयोध्या से जुड़े रहे हैं। अयोध्या के लिए योगी का प्रेम बहुत है और वह हमेशा से इससे जुड़े रहे हैं। ये पूछने पर कि योगी अयोध्या से चुनाव लड़ें तो क्या वह ठीक होगा, महंत संतरामदास ने कहा कि इससे अच्छा क्या ही हो सकता है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी हनुमानगढ़ी मंदिर लेकर आ चुके हैं सीएम योगी

बक्सर से अयोध्या आकर बसे महंत संतरामदास
अयोध्या आंदोलन को करीब से देखने वाले और हनुमान गढ़ी मंदिर में लंबे वक्त से रह रहे महंत संतरामदास की उम्र 80 वर्ष से अधिक है। वह बक्सर से वर्षों पहले अयोध्या आए और हनुमान जी की सेवा का काम शुरू किया। वह गोरक्षपीठ के बेहद करीबी लोगों से एक रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी समय-समय पर उनसे आशीर्वाद लेते रहे हैं।

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