शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अन्य वरिष्ठ नेताओं को बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार को लेकर यहां राजभवन के अचानक घेराव को लेकर हिरासत में लिया गया।
सुखबीर ने कहा कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के सामने “मिलीभगत और आत्मसमर्पण” किया, जिसने राज्य के लगभग आधे हिस्से में कानून व्यवस्था पर नियंत्रण बढ़ा दिया था।
स्थिति गंभीर
राज्य में ड्रोन देखे जाने और मादक पदार्थों की तस्करी में वृद्धि हुई है। सीएम ने केंद्र को गंभीर स्थिति से अवगत कराया। -अश्वनी शर्मा, बीजेपी
उचित नहीं
सीमा सुरक्षा के नाम पर राज्य के अधिकारों को छीनना कतई उचित नहीं है। केंद्र लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान नहीं कर रहा है। – परमिंदर ढींडसा, शिअद (संयुक्त)
सर्वदलीय बैठक आयोजित करें
केंद्र से मिलने के लिए एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल भेजने पर निर्णय लेने के लिए सीएम को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। – हरपाल चीमा, आप
इससे पहले, राजभवन जाने से रोके जाने पर एक सभा को संबोधित करते हुए सुखबीर ने कहा कि यह दूसरी बार है जब केंद्र ने पंजाब के अधिकारों को थोपा है। इस कदम को राज्य के संघीय ढांचे पर हमला करार देते हुए बादल ने कहा कि अब श्री दरबार साहब, दुर्गियाना मंदिर और राम तीरथ जैसे पवित्र मंदिर भी केंद्रीय बलों के नियंत्रण में आ जाएंगे।
“शिअद इस गलत को ठीक करने के लिए लड़ेगा क्योंकि हम एक वास्तविक संघीय ढांचे के लिए खड़े हैं।” सुखबीर के साथ वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा, सुरजीत सिंह रखड़ा, एनके शर्मा और परमबंस रोमाना ने भी गिरफ्तारी दी। — टीएनएस
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