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सीपीआई जिला परिषद् कोण्डागांव ने चिपावण्ड बाजार में चलाया जन जागरुकता अभियान

सीपीआई जिला परिषद् कोण्डागांव ने अपने द्वारा चलाए जा रहे जनजागरुकता अभियान कार्यक्रम के तहत 13 अक्टूबर 2021 बुधवार को ग्राम चिपावण्ड़ के साप्ताहिक बाजार स्थल में भी जनजागरुकता अभियान चलाया गया। सीपीआई कोण्डागांव के राज्य कार्यकारिणी सदस्य एवं जिला सचिव तिलक पाण्डे एवं एआईवायएफ के जिला सचिव जयप्रकाश नेताम व जिला अध्यक्ष बिसम्बर मरकाम, बुधराम पोयाम, फगनूराम पोयाम, सुखराम नेताम, बुधराम मंडावी, सगराम बघेल, संजय मरकाम, कुमार सोरी, मोतीलाल नेताम, जगदेव पोयाम, अनंतराम पोयाम, लक्ष्मण नेताम, परदेसी नेताम, चंदन नेताम, मुकेश मंडावी जिला अध्यक्ष आदिवासी महासभा, लक्ष्मण महावीर जिला सचिव आदिवासी महासभा, दिनेश मरकाम जिला सचिव एआईएसएफ, नंदूलाल नेताम ब्लाॅक अध्यक्ष फरसगांव, गंगाधर नेताम, कृष्णा नेताम, नरसिंह मरकाम, राजकुमार मरकाम, शिवा नेताम, छेदीलाल नेताम, महादेव नेताम, पिलाराम नेताम, सुखचरण बघेल, रोमनाथ नेताम, सुबरू नेताम आदि सहित अन्य कम्युनिश्टों की उपस्थिति में ग्राम चिपावण्ड में आयोजित जनजागरुकता अभियान कार्यक्रम के दौरान साप्ताहिक बाजार में आए ग्रामीणजनों को भारत का संविधान में निहित प्रावधानों की जानकारी देकर ग्रामीणजनों को अपने कर्तव्य एवं अधिकारों के प्रति जागरुक करने का प्रयास किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित कम्युनिश्टों ने ग्रामीणजनों से उनकी स्थानीय समस्याओं की जानकारी लेने के साथ ही समस्याओं के समाधान हेतु विधि सम्मत जानकारियां दी। सीपीआई कोण्डागांव के जिला सचिव व राज्य परिशद् सदस्य तथा कानून के जानकार तिलक पाण्डे ने जनजागरुकता अभियान कार्यक्रम किए जाने के उद्देष्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जिले की अधिकांष जनता ग्रामीण क्षेत्र में रहती है, जहां अधिकांष ग्रामीणजन अषिक्षित होने के कारण तथा जो षिक्षित हुए हैं, वे केवल और केवल किताबी ज्ञान ही ले पाए हैं जिससे वे अपनी समस्याओं के समाधान हेतु कहां व किसके समक्ष आवेदन देना है ? कैसे देना है ? आवेदन देने के बावजूद समय सीमा में समस्या का समाधान नहीं होने पर, अन्य किसके समक्ष आवेदन प्रस्तुत करना है ? आदि बातों से आज भी अनभिज्ञ हैं। ऐसे ही अधिकांष लोगों को 26 जनवरी 1950 से देष में लागू किए गए भारत का संविधान की जानकारी ही नहीं है और जिसका ही परिणाम है कि कोण्डागांव जिले ही नहीं, बल्कि देष के ग्रामीण सहित नगरीय क्षेत्र के आम जन विभिन्न समस्याओं को लेकर निरन्तर हैरान-परेषान होते नजर आ रहे हैं। वर्तमान समय की मांग है कि प्रत्येक आमजन भारत का संविधान में उल्लेख किए गए तथ्यों, आमजनों के कर्तव्यों व अधिकारों को जाने, देष में षासन कैसे चलना है ? सरकारी सेवकों के कर्तव्य व अधिकार क्या हैं ? आदि की जानकारी को आत्मसात कर ले तो आमजनों को अपनी अधिकांष समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि वर्तमान में देष के आमजन, भारत का संविधान में उल्लेखित तथ्यों से अंजान होने की वजह से ही बेवजह की परेषानियों का सामना कर रहे हैं। यही कारण है कि सीपीआई कोण्डागांव एवं उसकी आनुशांगिक संगठन आदिवासी महासभा, एआईवायएफ, एआईएसएफ सहित अन्य कम्युनिश्ट ग्रामीणजनों को भारत का संविधान से रुबरु कराने के लिए निरंतर जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, यह कार्यक्रम तब तक जारी रहेगा, जब तक कि जिले के प्रत्येक आमजन भारत का संविधान में उल्लेखित तथ्यों को पूरी तरह से न समझ लें।