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बदसलूकी की शिकार सपा प्रत्याशी पर काम कर गया प्रियंका का मरहम

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प्रियंका गांधी ने रितु सिंह से घर पहुंचकर की थी मुलाकात
लखीमपुर खीरी। बीते ब्लाक प्रमुख चुनाव में बदसलूकी की शिकार हुईं सपा प्रत्याशी रितु सिंह पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आश्वासन से ज्यादा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का ढांढस बंधाना काम कर गया। लखनऊ में शनिवार को प्रियंका की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद रितु ने कहा कि एक महिला होने के नाते प्रियंका गांधी ने महिला के सम्मान में भरसक आवाज उठाई। वह उनसे मिलने आईं। जबकि समाजवादी पार्टी सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं करा पाई।
आठ जुलाई को ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के नामांकन के दौरान पसगवां ब्लॉक परिसर में सपा प्रत्याशी रितु सिंह और उनकी प्रस्तावक अनीता यादव से भाजपा समर्थकों ने बदसलूकी की थी। उनके कपड़े फाड़े गए थे। मौके पर भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा की मौजूदगी भी सामने आई थी। इसके बाद यह मामला सोशल मीडिया और अखबारों की सुर्खियां बना था। घटना के अगले दिन ही 9 जुलाई को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रितु सिंह से लखनऊ में मुलाकात की।
अखिलेश यादव ने मामले को महिला सुरक्षा के मुद्दे से जोड़ते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इस मामले को सपा ने आगामी विधान सभा चुनाव के लिये मुद्दा भी बनाया। घटना के दस दिन बाद 17 जुलाई को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मैगलगंज जाकर पीड़िता रितु सिंह से मुलाकात की। लखनऊ से चलकर पीड़ित के घर पहुंचना और 20 मिनट की बातचीत ने ऐसा जरूर कुछ किया कि सपा प्रत्याशी रितु ने प्रियंका को अपने करीब महसूस किया। इसी का नतीजा शनिवार को सामने आया, जब उन्होंने साफ कहा कि वह प्रियंका गांधी के प्यार के वशीभूत होकर कांग्रेस में आईं हैं। यह भी कहा जा रहा है कि रितु आरोपी ब्रज सिंह की जमानत के बाद से सपा के रवैये से नाराज थीं। घटना में रितु सिंह के 161 और 164 के बयान हुए थे। सूत्र बताते हैं कि इन बयानों में अंतर की वजह से आरोपी ब्रज सिंह को इसका लाभ मिला।
रितु सिंह के साथ और भी आएंगे कांग्रेस में
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने बताया कि रितु सिंह एक हफ्ते पहले से उनके संपर्क में थीं। उनके ससुर ने उनसे पार्टी में शामिल कराने के लिये संपर्क किया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस जिला प्रभारी अभिषेक पटेल के मार्फत कांग्रेस के आलाकमान तक अपनी बात पहुंचाई। इसके बाद रितु सिंह को शनिवार को प्रियंका गांधी ने कांग्रेस में शामिल कराया।
आरोपी ब्रज सिंह की जमानत से नाराज थीं रितु- क्रांति सिंह
8 जुलाई से लेकर प्रियंका गांधी के रितु सिंह से मिलने के दिन तक रितु सिंह के हमसाया बने रहे क्रांति सिंह का कहना है कि मामले मे भाजपा समर्थक ब्रज सिंह की जमानत से वह नाखुश थीं। उनका कहना था कि पार्टी इसको आक्रामक तरीके से नहीं उठा पा रही है, जिससे शायद उनके परिवार का मन बदला हो। इसके पीछे राजनीतिक आकांक्षा भी हो सकती है।
कैसे पलटा पासा, लगा रहे हैं पता- सपा जिलाध्यक्ष
सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव का कहना है कि उनके ससुर का निधन हो गया था। लिहाजा वो शहर से बाहर थे। रितु सिंह के कांग्रेस में जाने की सूचना मिली है। वह इस संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रियंका ने उठाई महिलाओं की आवाज- रितु सिंह
कांग्रेस में शामिल होने के बाद लखनऊ से लौटते हुए रितु सिंह ने फोन पर बताया कि जिसको जहां अच्छा लगता है वह वहां जाता है। प्रियंका गांधी ने विपरीत पार्टी में होते हुए भी देश छोड़कर राज्य में आईं और उनके घर पर आकर मुलाकात कर महिला सम्मान का मुद्दा उठाया, जिससे वह अभिभूत हैँ। जबकि, समाजवादी पार्टी आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं करा पाई।