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UP के लखीमपुर-खीरी में जिला पंचायत का ऐसा हाल! अध्यक्ष पर भारी ‘प्र’, बैनर का यह खेल समझिए

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हाइलाइट्सबीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के स्‍वागत में लगे बैनर पर व‍िवादजिला पंचायत अध्यक्ष के ‘प्रतिनिधि’ नरेंद्र सिंह का बैनर बना चर्चा का विषय बैनर को लेकर समाजवादी पार्टी ने बोला जोरदार हमला, क‍िया कटाक्ष गोपाल ग‍िरि, लखीमपुर
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शुक्रवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे। उनके स्वागत में शहर भर में जगह-जगह बैनर लगाए गए। इनमें जिला पंचायत अध्यक्ष ओम प्रकाश भार्गव के ‘प्रतिनिधि’ नरेंद्र सिंह का बैनर खासतौर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। स्वागत बैनर में नरेंद्र सिंह ने अपने नाम के आगे ‘अध्यक्ष जिला पंचायत लखीमपुर खीरी’ लिखा है और उसके नीचे छोटा सा ‘प्र’ लिख दिया है। माना जा रहा है क‍ि ‘प्र’ का अर्थ प्रतिनिधि है।

लखीमपुर खीरी ज‍िले में नरेंद्र सिंह का यह बैनर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्ष पहले ही आरक्षित सीट होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष बने ओम प्रकाश भार्गव पर डमी अध्यक्ष होने का आरोप लगाता आ रहा था। उसे इस बैनर के बाद हमला करने का एक और मौका मिल गया। कस्ता विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सुनील कुमार लाला ने नरेंद्र स‍िंह पर जोरदार हमला बोला है। दरअसल लाला ने समाजवादी पार्टी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष पर चुनाव भी लड़ा था।

समाजवादी पार्टी ने क‍िया कटाक्ष
सुनील कुमार लाला का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने तो चुनाव के समय ही विरोध किया था क‍ि यह लोकतंत्र की हत्या है। केवल नाम का आरक्षण है, जबक‍ि पद पर जो पहले काबिज थे वह आज भी कब्‍जा जमाए हुए हैं। उन्‍होंने सवाल क‍िया है क‍ि चुनाव बाद परिवर्तन कहां हुआ है? खाली नाम का परिवर्तन हुआ है। नियंत्रण तो आज भी उन्हीं (नरेंद्र स‍िंह) के हाथों में है। पद पर काबिज रहने के लिए केवल ओमप्रकाश भार्गव के नाम का इस्तेमाल किया गया है।

कौन हैं ओमप्रकाश?
लखीमपुर खीरी के मितौली ब्लाक के लल्हौआ गांव में रहने वाले ओम प्रकाश ज‍िला पंचायत अध्‍यक्ष के चुनाव के दौरान अचानक से चर्चा में आए। लखीमपुर खीरी की जिला पंचायत सीट आरक्षित होने पर वह बीजेपी के समर्थन से जिला पंचायत अध्यक्ष बने। प्राइमरी तक पढ़े ओम प्रकाश एक किसान हैं। यह बात और है कि उनका रिश्ता इसी गांव के एक राजनीतिक परिवार से उनका र‍िश्‍ता गहरा है, जो क‍ि पिछली बार जिला पंचायत अध्यक्ष रहे थे। दरअसल ओम प्रकाश उसी गांव के रहने वाले हैं जहां की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन सिंह हैं। पहले भी नरेंद्र सिंह जिला पंचायत सुमन सिंह के प्रतिनिध थे। ओमप्रकाश मितौली सीट आरक्षित होने पर बीजेपी से चुनाव लड़े और 12000 मत पाकर विजयी हुए और बाद में जिला पंचायत अध्यक्ष भी चुने गए।

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बीजेपी ज‍िलाध्‍यक्ष ने क‍िया बचाव
लखीमपुर खीरी के बीजेपी जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा क‍ि प्रतिनिधि होना कोई नई बात नहीं है। ये एक संवैधानिक व्यवस्था है। जो प्रतिनि‍धि है, वो बिल्कुल अपने होर्डिंग और पोस्टर में इसका इस्तेमाल कर सकता है। रही डमी प्रत्‍याशी की बात तो ये हताश विपक्ष का प्रोपेगेंडा है। और डमी कंडीडेट जैसी कोई बात नहीं है। यह एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है जो भारतीय जनता पार्टी जैसी पार्टी में संभव है कि एक जमीन के आदमी को इतना बड़ा सम्मान मिला है।