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Lucknow Zila Panchayat Result 2021: लखनऊ जिला पंचायत की सभी 25 सीटों का रिजल्ट घोषित, कहां कौन जीता? देखें लिस्ट

लखनऊयूपी में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में लखनऊ की सभी 25 सीटों के रिजल्ट मंगलवार सुबह घोषित कर दिए गए। रिजल्ट में खासबात यह रही कि कई कद्दावर नेता और उनके रिश्तेदार धराशायी हो गए और कई जिलों में सत्ताधारी भाजपा को सपा से कड़ी टक्कर देखने को मिली। लखनऊ जिला पंचायत की 25 सीटों में से बीजेपी को 3, सपा को 10, बसपा को 4 और अन्य को 8 सीटों पर जीत मिली है।लखनऊ में सरोजनीनगर के वॉर्ड नंबर 15 से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए भाजपा समर्थित प्रत्याशी और मोहनलालगंज की पूर्व सांसद रीना चौधरी सपा समर्थित पलक रावत से हार गईं। रीना जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदार मानी जा रही थीं।60 फीसदी सीटों पर युवाओं का कब्जापंचायत चुनाव में इस बार युवाओं का दबदबा रहा। कई जगह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे युवाओं ने बाजी मारी। मोहनलालगंज इलाके में करीब 60 फीसदी सीट युवाओं की झोली में गई है। इसके साथ कई उम्मीदवार तीसरी बार अपना गढ़ बचाने में कामयाब रहे। वहीं महिलाएं भी प्रधानी की कुर्सी हासिल करने में पीछे नहीं रहीं।निगोहां में अभयकांत दीक्षित बने प्रधानमोहनलालगंज की चर्चित पंचायत निगोहां के अभयकांत दीक्षित (25) इस बार प्रधानी का चुनाव जीतकर सबसे युवा प्रधान बने हैं। उनके माता-पिता भी प्रधान रह चुके हैं। इस बार सामान्य सीट होने पर वे चुनाव मैदान में उतरे थे। कई प्रतिद्वंद्वी भी उनके सामने थे, लेकिन सीट अभय की झोली में आई। वहीं, चिनहट के अनौरकला में पहली बार चुनाव मैदान में उतरे युवा अमित राज ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुरेश यादव को 298 मतों से हराया।कोई 25 वोटों से तो कोई 70 वोटों से जीतामवई कला से पहली बार चुनाव मैदान में उतरीं फूलमती ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 731 वोट से हराकर प्रधानी बदल दी। काकोरी के भलिया सीट पर छाया सिंह भी पहली बार प्रधान चुनी गईं। इसके अलावा बसरैला से अवनीश यादव ने कांटे की टक्कर में अपने प्रतिद्वंदी से 25 वोटों से जीत हासिल की। वे पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे। दशहरी गांव से कंचन यादव भी पहली बार भाग्य आजमाने मैदान में उतरीं और प्रतिद्वंदी को 70 वोट से हराकर जीत हासिल कर ली।यहां रहा यह हालमलिहाबाद में ईशापुर सीट पर वासुदेव तीसरी बार सीट बचाने में सफल रहे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को महज 14 वोट से शिकस्त दी। वहीं, बीकेटी के भड़सर से दीपक लगातार तीसरी बार प्रधान चुने गए। उनकी मां माया देवी भी प्रधान रह चुकी हैं। कुम्हारावां से अमित वाजपेयी ने जीत हासिल की। उनके घर तीसरी बार प्रधानी पहुंची।आंगनबाड़ी की नौकरी छोड़ बनीं प्रधानमोहनलालगंज के दहियर सीट से सोनी देवी ने जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया। वह पहले आंगनबाड़ी वर्कर थीं, लेकिन परिवारीजन, करीबियों व ग्रामीणों के कहने पर वह चुनाव मैदान में उतरीं। पहली ही बार में प्रधानी का चुनाव जीत गईं।दिवंगत पति को समर्पित की जीतमोहनलालगंज के हुलासखेड़ा निवासी नीता यादव भी प्रधान चुनी गईं। वे पहली बार प्रधान बनी हैं। उनके पति जयशंकर यादव का मतदान के बाद 23 अप्रैल को निधन हो गया था। सोमवार को नीता प्रधान चुनी गईं तो उन्होंने उस जीत को अपने दिवंगत पति को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि गांव के विकास का जो सपना उनके पति ने देखा था, वे उसे पूरा करेंगी।जिला पंचायत वॉर्डों में कहां किसकी जीतवार्ड-1 : शशिपालवार्ड-2 : अनीतावार्ड-3 : अरुणवार्ड-4 : महेश प्रसादवार्ड-5 : आशा वर्मावार्ड-6 : रेनूवार्ड-7 : रामप्यारीवार्ड-8 : संतोष कुमारीवार्ड-9 : निहाल अहमदवार्ड-10 : नीता रावतवार्ड-11 : मोहम्मद युसुफवार्ड-12 : पारवतीवार्ड-13 : पन्ना लालवार्ड-14 : अजय जीतेंद्र कुमारवार्ड-15 : पलक रावतवार्ड-16 : कैप्टन यादववार्ड-17 : किरन सिंहवार्ड-18 : विजय लक्ष्मीवार्ड-19 : अमरेंद्र कुमारवार्ड-20 : जितेंद्र कुमारवार्ड-21 : अरुण कुमारवार्ड-22 : सर्वेश कुमारीवार्ड-23 : नीतूवार्ड-24 : विजय बहादुर यादववार्ड-25 : आरती यादव