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आसेपुर में तीन घंटे तक उपद्रवियों के कब्जे में रहा हाईवे

चौकी क्षेत्र अंतर्गत आसेपुर गांव में प्रयागराज-वाराणसी हाईवे तीन घंटे तक उपद्रवियों के कब्जे में रहा। तोडफ़ोड़ पथराव से वहां चीखपुकार मच गई। उपद्रवियों का रौद्र रूप होते देख राहगीरों में भगदड़ मच गई। ग्रामीणों की संख्या सैकड़ों में होने के कारण पुलिसकर्मी भी बेबस खड़ रहे। बाद में सरायइनायत, उतरांव समेत आधा दर्जन थानों की फोर्स पहुंचने के बाद पुलिस आगे बढ़ी और तब जाकर उपद्रवियों से हाईवे को मुक्त  कराया जा सका। फेसबुक पर दोपहर बाद ही कमेंट के बाद गांव में सुगबुगाहट होने लगी थी। इसी दौरान किसी ने अफवाह फैला दी कि निर्दलीय उम्मीदवार के विजयी होने के बाद भी सत्ता के दबाव में रिजल्ट नहीं घोषित किया जा रहा है। इसी के बाद शाम पांच बजे के करीब बुजुरखपुर, पहाड़पुर और जमशेदपुर गांव के ग्रामीण आसेपुर गांव के सामने हाईवे पर जमा होने लगे। देखते ही देखते वहां सैकड़ों ग्रामीण जुट गए और फिर हाईवे जाम कर दिया गया। कुछ ही देर में दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। सूचना मिली तो प्रशासनिक अधिकारियों संग हंडिया पुलिस पहुंच गई। जाम खत्म करवाने की कोशिश पर प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से उलझ गए। रोकने पर ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया।
अचानक हुए हमले में पुलिसकर्मी संभल नहीं सके। इंस्पेक्टर ने सरकारी पिस्टल से तीन राउंड हवाई फायरिंग भी की लेकिन उपद्रवियों पर कोई असर नहीं हुआ। ईंट-पत्थर बरसते देख पुलिसकर्मी जान बचाकर दूर जा खड़े हुए। जानकारी मिली तो पुलिस अफसरों में हडक़ंप मच गया। एसपी गंगापार धवल जायसवाल सरायइनायत, उतरांव, फूलपुर, सरायममरेज समेत आधा दर्जन थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और इसके बाद उपद्रवियों को हाईवे से खदेड़ा गया। जाम खत्म होने के बाद करीब आठ बजे हाईवे पर यातायात बहाल हो सका। बवाल में हंडिया थाने की सरकारी जीप के साथ ही कई निजी बसों समेत दर्जनों वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए। हाईवे पर दूर तक ईंट-पत्थर बिखरे हुए थे। देर रात तक पुलिस मौके पर तैनात रही।
तीन किमी दूर स्थित कॉलेज में चल रही थी मतगणना
आसेपुर में जिस जगह बवाल हुआ, वह सैदाबाद के वार्ड नंबर पांच में हुए चुनाव के लिए चल रहे मतगणनास्थल से करीब तीन किमी दूर है। मतगणना सैदाबाद ब्लॉक के सामने स्थित पंडित दीनदयाल डिग्री कॉलेज में चल रही थी। सूत्रों का कहना है कि मतगणनास्थल से ही किसी ने ग्रामीणों को मतों की गिनती में धांधली की झूठी खबर दी। जिसके बाद ही माहौल बिगड़ा और ग्रामीण आक्रोशित होकर सडक़ पर आ गए।