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नए आईफोन में मिलेगा iOS 13, मिलेगी डार्क मोड और कस्टमाइज्ड मिमोजी की सुविधा

दिग्गज टेक कंपनी एपल कैलिफोर्निया में 10 सितंबर को अपना एपल इवेंट होस्ट करने जा रही है। इवेंट में कंपनी अपने लेटेस्ट आईफोन 11 सीरीज स्मार्टफोन को लॉन्च करेगी साथ ही नई स्मार्टवॉच के अलावा अन्य डिवाइस भी लॉन्च कर सकती है। हर साल की तरह कंपनी अपने नेक्स्ट जनरेशन ऑपरेटिंग सिस्टम यानी आईओएस-13 को भी ऑफिशियली लॉन्च कर सकती है।

एपल WWDC 2019 में आईओएस 13 की कर चुकी है घोषणा

  1. अबतक का सबसे तेज एपल आईओएसएपल के मुताबिक आईओएस 13 कंपनी का अबतक का सबसे तेज ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ऐप और उन्हें मिलने वाले अपडेट का तरीका पूरी तरह से बदल देगा। कंपनी का दावा है कि इसका डाउनलोड साइज पहले से 50% कम है साथ ही इसका अपडेट साइड भी 60% तक कम  हो गया है। नए ओएस में फेसआईडी फीचर 30% तेजी से काम करेगा।
  2. नए कैमरा मोडकंपनी के मुताबिक इसके पोर्ट्रेट लाइटनिंग मोड में स्टूडियो लाइटिंग में पोजीशन और इन्टेंसिटी को वर्चुअली एडजस्ट किया जा सकेगा। नए आईओएस 13 में  पोर्ट्रेट लाइटनिंग इफेक्ट की इन्टेंसिटी को बढ़ा-घटा सकते हैं।
  3. डार्क मोडपिछले साल जहां कंपनी ने मैकओएस के लिए डार्क मोड जारी किया था। लेकिन अब आईओएस 13 के जरिए कंपनी अपने नए स्मार्टफोन में डार्कमोड दे सकती है। इस फीचर के जरिए अब स्टॉक एपल वालपेपर्स में डार्क मोड के ऑप्शन मिलेंगे साथ ही फोटो, रिमाइंडर्स, डार्क थीम के अलावा यूजर इंटरफेस में डार्क मोड देखने को मिलेगा।
  4. पर्सनलाइज्ड मिमोजीमिमोजी को और ज्यादा व्यक्तिगत बनाने के लिए आईओएस 13 में एपल कई सारे कस्टमाइजेशन करने के ऑप्शन जोड़ेगा। इसके जरिए यूजर अपने चेहरे पर आधारित मिमोजी बना सकेगा, जो की-बोर्ड ऐप में उपलब्ध रहेंगे। इन कस्टमाइजेशन में हेडगियर, ग्लासेस और टूटे दांत तक शामिल होंगे, जिनके इस्तेमाल से यूजर अपने चेहरे के अलग अलग मिमोजी बना सकेगा।
  5. स्वाइपिंग की-बोर्डकंपनी ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वाइपिंग कीबोर्ड की सुविधा भी मिल सकती है। ये आईओएस 13 का डिफॉल्ट कीबोर्ड होगा, यानी यूजर को किसी तरह के ऐप को इन्स्टॉल करने की जरूरत नहीं होगी। पिछले ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वाइप की-बोर्ड के लिए थर्ड पार्टी ऐप को इंस्टॉल करना पड़ता था।
  6. एपल मैपएपल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में एपल मैप भी मिलेगा। कंपनी का कहना है कि ये ऐप जमीन को बेहतर तरीके से दिखाता है, जिससे यूजर को मैप का बेहतर व्यू मिलता है।