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Oxygen concentrator price : कोरोना काल में कालाबाजारी… वॉट्सऐप के जरिए ऐसे लाखों में हो रहा ‘सांसों’ का सौदा

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अभिषेक गौतम, नोएडाकोरोना महामारी में इंजेक्शन, बेड, ऑक्सिजन की किल्लत से लोग मर रहे हैं और इसकी का फायदा उठाकर मौत के सौदागर सांसों की कालाबाजारी कर रहे हैं। आलम यह है कि दलाल पीड़ित से वॉट्सऐप पर जुड़कर तीमारदारों को लूट रहे हैं। ऐसे ही एक मामला एनबीटी को मिला है। इसमें एक दलाल ने पीड़ित से 5 लीटर का ऑक्सिजन कंसंट्रेटर मशीन के लिए 1.5 लाख रुपये की डिमांड की। पेश है दलाल और पीड़ित से बातचीत का एक अंश…पीड़ित- हेलो भैया, क्या आपके पास ऑक्सिजन कंसंट्रेटर मशीन है?दलाल- जी, मिल जाएगा।पीड़ित- कैसे मिलेगा?दलाल- आपको मैंने व्हाट्सएप किया है न।पीड़ित- नहीं, मुझे आपने कोई मेसेज नहीं किया है।दलाल- अच्छा, आप मुझे इस नंबर पर वॉट्सऐप पर, हेलो कंसंट्रेटर लिखकर भेजो। मैं मॉडल भेजता हूं।पीड़ित- कितने पैसे लगेंगे?दलाल- 5 लीटर कंसंट्रेटर मशीन के 1.5 लाख लगेंगे। वह भी कैश।पीड़ित – करोलबाग में है ना आपका ऑफिस ?दलाल- हां, वहीं से लेना पड़ेगा(इसके बाद पीड़ित ने दलाल को व्हाट्सएप पर मेसेज किया। दलाल तुरंत कंसंट्रेटर मॉडल की फ़ोटो भेजता है। हालांकि दाम अधिक होने पर पीड़ित ने कंसंट्रेटर मशीन नहीं खरीदी।)जिले में कंसंट्रेटर समेत कई दवाओं की कालाबाजारी हो रही है। कंसंट्रेटर मशीन करीब 40 हजार की आती है पर इसके लिए लोग लाखों रुपये वसूले रहे हैं। जिले में कहीं पर भी कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध नहीं है।संजय गुप्ता, अध्यक्ष, गौतमबुद्ध ड्रग असोसिएशनकिराये के नाम पर भी मोटी वसूलीसेक्टर 46 की रहने वाली नीलम बवेजा ने बताया कि उनके पति कोरोना पॉजिटिव हैं। सेक्टर 39 कोविड अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कुछ दिन पहले उन्हें अस्पताल से निकाल दिया गया था। मरीज की घर पर तबीयत बिगड़ने लगी। मरीज को ऑक्सिजन की जरुरत थी, पर कहीं नहीं मिली। इसके बाद एक स्टोर से ऑक्सिजन कंसंट्रेटर 1 लाख रुपये जमा करने पर मिला। इसका एक दिन का किराया साढ़े 4 हजार रुपये दिया जा रहा है। नीलम बताती है कि ऐम्बुलेंस से लेकर ऑक्सिजन तक की कालाबाजारी हो रही है।