मैदान पर अपनी आक्रामकता के लिए पहचाने जाने वाले भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली को नेट्स लगाकर प्रैक्टिस करने से डर लगता है। वे इसकी बजाए मैदान की सेंटर पिच पर फील्डिंग लगाकर प्रैक्टिस करना पसंद करते हैं ताकि मैच जैसी परिस्थितियां मिले।
उन्होंने कहा, मैंने यह बात कई बार अनुभव की, जहां पिच तेज और उछाल भरी होती थी, नेट्स में भी जब आप खेल रहे होते हो तो मुझे भरोसा है कि आप प्रैक्टिस पर नहीं जाते होंगे और यूं ही बल्लेबाजी का अभ्यास करते होंगे। उन्होंने कहा कि प्रैक्टिस के दौरान आपका इरादा आउट नहीं होने का होता होगा। आप सोचते होंगे कि एक भी गेंद बैट के किनारे से नहीं लगेगी और हर गेंद को बल्ले के बीच (मिडिल) से हिट करूंगा।
विराट ने कहा-2014 में मेरे लिए इंग्लैंड का दौरा काफी बुरा रहा था इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का दौरा था जो और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में मैंने उस दौरे की अपने दिमाग में पूरी योजना बनाई। उस दौरे से तीन महीने पहले ही मैंने सोचना शुरू कर दिया था कि मुझे किन गेंदबाजों का सामना करना हैं और उनके खिलाफ अपना दबदबा कायम करूंगा। मैंने सोच लिया था कि उन पर दबाव बनाऊंगा, क्योंकि मैंने दिमाग में जो योजना तैयार की थी उस पर विश्वास था।
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