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up panchayat chunav: यूपी में प्रधानी की दौड़… BA की छात्रा ने ठोका दावा, हाथ में बच्चा-पर्चा ले पहुंची महिला

हाइलाइट्स:लखनऊ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दावेदारी पेश करने के लिए महिलाएं घूंघट से बाहर निकलीं मोहनलालगंज के जबरौली गांव से बीए की छात्रा गीतांजलि ने प्रधानी के लिए नामांकन किया हैग्रामीणों का दावा है कि छात्रा गीतांजलि जबरौली सीट से अब तक सबसे कम उम्र की उम्मीदवार होगीमोहनलालगंज ब्लॉक के परेहटा गांव से शैलकुमारी (80) अपनी बहू उमाकांती (40) के साथ नामांकन करने पहुंचींलखनऊलखनऊ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दावेदारी पेश करने के लिए महिलाएं घूंघट से बाहर निकलीं और विकासखंड कार्यालयों में नामांकन किया। वहीं, मोहनलालगंज के जबरौली गांव से बीए की छात्रा गीतांजलि ने प्रधानी के लिए नामांकन किया है। ग्रामीणों का दावा है कि छात्रा गीतांजलि जबरौली सीट से अब तक सबसे कम उम्र की उम्मीदवार होगी।त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन बुधवार सुबह 8 बजे से शुरू हुआ। मोहनलालगंज विकास खंड कार्यालय पर प्रत्याशियों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए यहां कोविड हेल्प डेस्क भी बनाई गई। उम्मीदवारों को थर्मल स्कैनिंग के बाद ही नामांकन कक्ष में जाने दिया गया।ये पहुंचे तो सब हुए हैरानजबरौली गांव से प्रधान पद के लिए 22 वर्षीय गीतांजलि नामांकन दाखिल करने पहुंची तो सभी थोड़ी देर के लिए हैरान हो गए। बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा गीतांजलि ने पर्चा दाखिल किया और जीत के प्रति आश्वस्त भी नजर आईं। वहीं, परेहटा के बीडीसी वॉर्ड नंबर-5 से सुनीता 11 माह के बच्चे आद्या को लेकर नामांकन फॉर्म जमा करने के लिए पहुंचीं। उन्होंने लाइन में लगकर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पर्चा दाखिल किया। हुलासखेड़ की रेनू भी 2 वर्षीय बच्चे को गोद में लेकर पहुंची और प्रधानी के लिए दावेदारी पेश की। परेहटा ग्राम पंचायत की 24 वर्षीय केशकली भी डेढ वर्षीय बेटे को गोद मे लेकर पहुंचीं और प्रधानी का पर्चा दाखिल किया। उनका कहना है कि उनके ससुर छंगा प्रधान रहे हैं। इस बार वह चुनाव लड़ेंगी और जीतेंगी भी।UP panchayat chunav: यूपी पंचायत चुनाव बना पारिवारिक राजनीति का लॉन्चिंग प्लेटफार्ममहिलाओं को जमीन से उठाकर कुर्सियों पर बैठायामोहनलालगंज ब्लॉक में पर्चा भरने पहुंची कुछ महिलाएं जमीन पर बैठ गईं। तभी नामांकन का जायजा लेने पहुंचे एडीएम प्रशासन अमरपाल सिंह ने फौरन कुर्सियां मंगवाई और महिलाओं को बैठाया। उन्होंने कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। वहीं, एसडीएम और एसीपी ने सोशल डिस्टेंसिंग खराब होते देख लाठियां फटकार कर लोगों को लाइन में लगवाया और नामांकन कक्ष तक पहुंचवाया।सास-बहू ने प्रधान पद के लिए भरा पर्चामोहनलालगंज ब्लॉक के परेहटा गांव से शैलकुमारी (80) अपनी बहू उमाकांती (40) के साथ नामांकन करने पहुंचीं। सास-बहू ने एक साथ प्रधानी के लिए नामांकन किया। नामांकन के बाद शैलकुमारी ने विजयी मुद्रा में जीत का दावा किया। उनका कहना है कि सास जीते या बहू, प्रधानी घर में ही रहेगी।300 मीटर लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग भूलेबीकेटी विकासखंड में नामांकन के लिए उम्मीदवारों की काफी भीड़ रही। करीब तीन सौ मीटर लंबी लाइन में लगकर उम्मीदवारों ने नामांकन किया। लाइन लंबी होने की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका। निर्वाचन अधिकारी ओम प्रकाश मिश्र ने बताया कि नामांकन के लिए 29 बूथ बनाए गए हैं। ग्राम प्रधान के लिए 16 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 13 बूथ हैं। इस दौरान अधिकांश उम्मीदवारों ने दो-दो पर्चे दाखिल किए। वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए परसहिया गांव वॉर्ड नंबर 91 से दोनों पैरों से दिव्यांग विमलेश कुमार ने पर्चा भरा। विमलेश मौजूदा सदस्य हैं। इस बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं, नामांकन के दौरान महिलाएं भी चिलचिलाती धूप में पतियों का सहारा लिए बिना खुद लाइन में लगी रहीं और नामांकन किया।जमीन पर बैठकर प्रत्याशियों ने भरा पर्चागोसाईंगंज ब्लॉक में नामांकन प्रक्रिया के दौरान समुचित व्यवस्था न होने से प्रत्याशियों को जमीन में बैठकर नामांकन पत्र भरना पड़ा। इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी भूल गए। नामांकन पत्र जल्दी दाखिल करने की होड़ में कई लोगों ने मास्क भी नहीं लगाया। हालांकि गेट पर थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही उम्मीदवारों को नामांकन के लिए भेजा जा रहा था। इसके अलावा गोसाईंगंज ब्लॉक के गेट पर रोक के बावजूद कई प्रत्याशी जुलूस की शक्ल में पहुंचे थे।महिला उम्मीदवारों ने भी दो-दो हाथ करने की ठानीचिनहट ब्लॉक की ग्राम पंचायत बौरुमऊ की छाया देवी प्रधानी पद की दावेदार होंगी। उन्होंने इस पद के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है। इसके अलावा ब्लॉक प्रमुख का सपना संजोए रंजीत यादव और उनकी पत्नी संतोष यादव ने अलग-अलग वॉर्डों से नामांकन किया है। रंजीत यादव पिछली बार निर्दलीय होकर भी ब्लॉक प्रमुख बने थे। चिनहट ब्लॉक के तहत 18 गांव में ही प्रधानी, सदस्य ग्राम पंचायत, सदस्य क्षेत्र पंचायत और सदस्य जिला पंचायत का चुनाव होगा। धोबैला ग्राम पंचायत से पूजा और जुग्गौर से कमला, अनीता, गायत्री, रामावती ने प्रधानी पद के लिए नामांकन किया है। आशा सिंह ने धतिंगरा ग्राम पंचायत से नामांकन किया है।पुलिस को लाठी फटकार लगवानी पड़ी लाइनकाकोरी ब्लॉक में पहला नामांकन अतिरिक्त टाउन एरिया की प्रधान पद प्रत्याशी ज्योति प्रकाश यादव ने किया। इसके बाद कई प्रत्याशियों ने नामांकन फॉर्म दाखिल किए। नामांकन के लिए 16 काउंटर बनाए गए हैं और दो तरफ बैरिकेडिंग लगाई गई। सुबह 11 बजे से नामांकन के लिए उम्मीदवार लाइन में लग गए। इसकी वजह से पहले नामांकन के चक्कर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने लगीं। लिहाजा पुलिस को बल प्रयोग कर लोगों को लाइन में लगवाना पड़ा। पुरुष और महिला प्रत्याशियों को एकसाथ लाइन में लगकर नामांकन करना पड़ा।पर्चा भरने पहुंचीं, लेकिन पद की जानकारी नहींसरोजनीनगर ब्लॉक कार्यालय पर ऐसी महिलाएं भी ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन करने पहुंची, जिन्हें यही नहीं पता था कि वह किस पद के लिए अपना नामांकन फॉर्म जमा करने आई हैं। नीवा बरौली निवाीस बुजुर्ग महिला को यह तक नहीं पता था कि वह किस पद के लिए अपना नामांकन फॉर्म जमा करने आई हैं। इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन करने पहुंची मेमौरा गांव की महिला भी काउंटर पर कुछ नहीं बता पाई। वहीं, भटगांव की रहने वाली अर्चना ने डेढ़ वर्षीय बच्चे को गोद में लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया। पहले ही दिन नामांकन के लिए उमड़ी भीड़ की वजह से कानपुर रोड स्थित हाइडिल नहर चौराहे के आसपास लोगों ने वाहन खड़े कर दिए गए और जाम लग गया। पुलिस ने जाम हटवाने की कोशिश की लेकिन शाम तक वाहन रेंगते रहे। इस वजह से सोशल डिस्टेंसिंग के दावे भी हवाई हो गए।चोटिल महिला की पुलिस ने की मददमलिहाबाद ब्लॉक पर पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच नामांकन शुरू हुआ, लेकिन 11 बजे तक उम्मीदवारों का मजमा लग गया। मलिहाबाद ब्लॉक पर नामांकन करवाने आई मवई कला की राम जानकी के एक पैर में फ्रैक्चर था। पुलिस ने उन्हें नामांकन स्थल तक पहुंचाया। इसके साथ दिव्यांगों की भी पुलिसकर्मियों ने मदद की। भीड़ होने से सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर नहीं आई। उधर, माल ब्लॉक में भी पुलिस को कई बार प्रत्याशी को लाइन में लगाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।महिलाओं ने बढ़-चढ़कर नामांकन किया