Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

आय नहीं हुई दोगुनी तो कर्ज में डूबे किसान ने दी जान, तीन दिन पूर्व घर से दिल्ली जाने की बात कह कर निकला था 

Default Featured Image

सरकार भले ही किसानों की आय दोगुनी करने और उनके आर्थिक खुशहाली का दावा कर रही हो लेकिन वास्तव में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। आर्थिक तंगी झेल रहे किसान आत्महत्या को मजबूर है। आजमगढ़ जिले में भी शुक्रवार को कर्ज में डूबे किसान ने गांव के सिवान में आम के पेड़ से फंदा लगा कर आत्महत्या कर लिया। तीन दिन पूर्व वह दिल्ली जाने की बात कह कर घर से निकला था और शुक्रवार को उसका शव पेड़ पर लटका मिला।आजमगढ़ जनपद के दीदारगंज थाना क्षेत्र के करूई गांव निवासी 55 वर्षीय बेचन यादव किसान था। फसल के नुकसान आदि के चलते वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गया था। जिसके चलते वह खुद के साथ ही अपनी पत्नी सुशीला यादव के नाम से कई बैंकों से कर्ज लिया था। कर्ज की अदायगी के चक्कर में वह अपना काफी खेत भी बेच चुका था लेकिन बैंकों का कर्ज उस पर जस का तस लदा था।बेचन 30 मार्च को घर से दिल्ली जाने की बात कह कर निकला था। शुक्रवार को गांव के सिवान में स्थित आम के पेड़ से रस्सी के सहारे लटकता हुआ उसका शव ग्रामीणों ने देखा। सूचना मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुंच गए। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक तीन पुत्रों का पिता बताया गया है। परिजनों के अनुसार परिवार की आर्थिक हालत व कर्ज को लेकर वह काफी दिनों से तनाव में चल रहा था।

सरकार भले ही किसानों की आय दोगुनी करने और उनके आर्थिक खुशहाली का दावा कर रही हो लेकिन वास्तव में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। आर्थिक तंगी झेल रहे किसान आत्महत्या को मजबूर है। आजमगढ़ जिले में भी शुक्रवार को कर्ज में डूबे किसान ने गांव के सिवान में आम के पेड़ से फंदा लगा कर आत्महत्या कर लिया। तीन दिन पूर्व वह दिल्ली जाने की बात कह कर घर से निकला था और शुक्रवार को उसका शव पेड़ पर लटका मिला।

आजमगढ़ जनपद के दीदारगंज थाना क्षेत्र के करूई गांव निवासी 55 वर्षीय बेचन यादव किसान था। फसल के नुकसान आदि के चलते वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गया था। जिसके चलते वह खुद के साथ ही अपनी पत्नी सुशीला यादव के नाम से कई बैंकों से कर्ज लिया था। कर्ज की अदायगी के चक्कर में वह अपना काफी खेत भी बेच चुका था लेकिन बैंकों का कर्ज उस पर जस का तस लदा था।

बेचन 30 मार्च को घर से दिल्ली जाने की बात कह कर निकला था। शुक्रवार को गांव के सिवान में स्थित आम के पेड़ से रस्सी के सहारे लटकता हुआ उसका शव ग्रामीणों ने देखा। सूचना मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुंच गए। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक तीन पुत्रों का पिता बताया गया है। परिजनों के अनुसार परिवार की आर्थिक हालत व कर्ज को लेकर वह काफी दिनों से तनाव में चल रहा था।